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Rajasthan Election 2023: बीजेपी ने की आगामी विधानसभा की तैयारिया शुरू, राजस्थान में मीणा वोट बैंक को साधने फिर आयेंगे पीएम मोदी

 
Rajasthan Election 2023: बीजेपी ने की आगामी विधानसभा की तैयारिया शुरू, राजस्थान में मीणा वोटबैंक का साधने फिर आयेंगे पीएम मोदी

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान इस साल दिसबंर विधानसभा के चुनाव होने वाले है। ऐसे में बीजेपी राजस्थान में चुनावी तैयारियों में जुट गई है। राजस्थान के दिग्गज नेता लगात्तार राजस्थान का दौरा कर चुनावी रणनीति बनाने में लगे हुए है। हाल ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में बीजेपी के कार्यसमिति की बैठक कर जीत का मंत्र दिया है। वहीं कल 28 जनवरी को भीलवाड़ा के मालासेरी डूंगरी आसींद में भगवान देवनारायण के 1111वें अवतरण दिवस पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए है और यहां पर जनसभा को संबोधित कर गुर्जर समाज को साधने की कोशिश की है। सूत्र बता रहे हैं कि अब मीणा समाज के वोटर्स को साधने के लिए पीएम फिर राजस्थान के दौरे पर आ सकते है।

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बता दें कि दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के प्रथम फेज में सोहना से दौसा जिले के बड़ का पाड़ा तक 228 किमी. का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 4 फरवरी को इसके उद्घाटन में आ सकते हैं। नांगल राजावतान स्थित मीणा पंच अथाई में दिल्ली-दौसा खंड का पीएम उद्घाटन कर सकते हैं। इसके शुरू होने से दौसा से दिल्ली पहुंचने में डेढ़ से 2 घंटे ही लगेंगे। इससे जयपुर को भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए बांदीकुई से जयपुर तक नए एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण का काम करीब पूरा हो चुका है। यहीं से मीणा बाहुल्य जिलों और विधान सभा सीटों पर पूरा फोकस तैयार किया जा रहा है।

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इस वक्त राजस्थान सरकार से अपनी कई मांगों को मनाने के लिए पहले ही भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा धरने पर बैठे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि पीएम के आने के बाद ही किरोड़ी लाल मीणा अपना धरना खत्म कर सकते हैं। बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल से पीएम मोदी मिल भी सकते है। इसकी पूरी तैयारी है।

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बता दें कि राजस्थान में सात करोड़ की आबादी है। इसमें अगर किसी भी जाति का 10 फीसदी वोट बैंक बन रहा है तो वो मजबूत होता है। आकड़ों की माने तो राजस्थान में कुल 272 जातियां हैं। इनमें 51 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग में 91 जातियां हैं, जिनमें जाट 9 फीसदी, गुर्जर 5 फीसदी, माली 4 फीसदी है। इसके अलावा 18 फीसदी अनुसूचित जाति में 59 उप-जातियां हैं जिनमें मेघावत 6 फीसदी, बैरवा 3 फीसदी और 13 फीसदी अनुसूचित जनजाति में 12 उप-जातियां हैं जिनमें मीणा 7 फीसदी, भील 4 फीसदी है। वहीं 18 फीसदी अन्य में ब्राह्मण 7 फीसदी, राजपूत 6 फीसदी, वैश्य 4 फीसदी आते हैं। इस समीकरण के अनुसार भाजपा बारी-बारी से वोटर्स को साधने में जुटी है।