Rajasthan Breaking News: राजधानी जयपुर में रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का विरोध जारी, आज दूसरे दिन भी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दे कि बॉन्ड नीति के विरोध में रेजिडेंट्स डॉक्टर्स आज दूसरे दिन भी काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं। हालांकि अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की सेवा कर रहे है लेकिन सरकार को सांकेतिक विरोध दर्शाने के लिए काली पट्टी बांध रखी है। सवाई मानसिंह सहित जयपुर के अस्पताल में सभी रेजिडेंट्स काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं।
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रेजिडेंट्स राज्य सरकार की बॉन्ड नीति के विरोध में यह प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि वह पूरे अक्टूबर माह तक इसी तरह अपना विरोध जताएंगे। फिर भी नीति लागू की गई तो आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी जिससे अस्पतालों में सेवाएं भी ठप्प हो सकती है। क्योकि सरकार की नीति डॉक्टर्स व मरीजों के हित में नहीं है। यह जल्दबाजी अपारदर्शिता के साथ एवं अपरिपक्व तरीके से लाई गई है। इसके तहत प्रदेश के मेडिकल काॅलेजों से पीजी,सुपरस्पेशिलिटी काेर्स के बाद पांच साल की सरकारी सेवा की बाध्यता घटाकर दाे साल कर दी गई है। वहीं अन्य प्रावधान लागू किए गए है जो आमजन व डॉक्टर्स के हित में नहीं हैं।

बता के वर्ष 2013-14 में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने रेजिडेंट चिकित्सकों को लेकर एक बॉन्ड नीति जारी की थी। इसके तहत पीजी होने के पश्चात चिकित्सकों को कुछ वर्ष सरकारी सेवा देनी होगी या फिर 25 लाख का बॉन्ड भरना होगा। लेकिन प्रदेशभर के रेजिडेंट चिकित्सक अब इस नीति के विरोध में उतर गए हैं। चिकित्सकों का यह भी कहना है कि जहां एक तरफ राज्य के तकरीबन 5 हजार से अधिक एमबीबीएस डॉक्टर्स, चिकित्सा अधिकारी की भर्ती निकालने तथा पद संख्या बढ़ाने के लिए आंदोलनरत हैं, वहीं दूसरी तरफ सरकार उनकी मांगों को दरकिनार कर रही है।
