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Rajasthan Breaking News: विश्व में मंकी पॉक्स बीमारी की बढ़ती दहशत, राजस्थान सीएमएचओ को किया गया अलर्ट

 
Rajasthan Breaking News: विश्व में मंकी पॉक्स का बढ़ती खतरा, राजस्थान सीएमएचओ को किया गया अलर्ट

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि विश्व में कोरोना वायरस का कहर अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ है कि अब एक नई वायरस जनित बिमारी मंकी पॉक्स से दशहत फैल रहीं है। मंकीपॉक्स को लेकर अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में हड़कंप मच गया है। अब इसका खतरा भारत में भी बढ़ता जा रहा है। इसी को लेकर यहां प्रशासन पहले ही अलर्ट हो चुका है। राजस्थान में मंकीपॉक्स को लेकर पहले ही बचाव के तरीके अपनाए जा रहे हैं। भारत में भी एहतियातन सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की गई है।

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मंकी पॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए राजस्थान सीएमएचओ को अलर्ट किया गया है और राजस्थान में संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने के साथ ही सैम्पल लेने के भी निर्देश दिए गए हैं। यह जीवों से फैलने वाली बीमारी है, जो सबसे पहले बंदरों में पाई गई थी। साथ ही इसका वायरस चूहा प्रजाति में भी पाया गया था। मंकी पॉक्स के लक्षण भी स्मॉल पॉक्स से मिलते-जुलते ही हैं। हालांकि इस बीमारी को खतरनाक नहीं माना जाता है, लेकिन इस बीमारी में मरीजों को बुखार, शरीर पर चकत्ते और लिंफ नोड्स में सूजन जैसी शिकायतें सामने आती हैं। हालांकी बाद की स्टेज में कई तरह की मेडिकल कॉम्प्लिकेशन्स भी हो सकती हैं। चिकित्सकों के अनुसार 2 से 4 सप्ताह में शरीर से इसके सभी लक्षण चले जाते हैं। लेकिन कुछ केस सीवियर भी हो सकते हैं।

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चिकित्सकों के अनुसार यह बीमारी जीवों से इंसानों और इंसानों से इंसानों में फैल सकती है। इसका वायरस- त्वचा में चोट या कट श्वसन तंत्र, म्यूकस मेंब्रेन के जरिए भी शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसके क्लीनिकल लक्षण भी स्मॉल पॉक्स जैसे ही हैं। अभी यूके, यूएसए, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में इसके मरीज पाए गए हैं। इस बीमारी से अब तक किसी की मौत रिपोर्ट नहीं की गई है। वहीं अभी तक भारत में भी इस बीमारी का एक भी मरीज नहीं मिला है।


चिकित्सकों के अनुसार आमतौर पर इस बीमारी का इन्क्यूबेशन पीरियड 7 से 14 दिन का है। लेकिन कुछ मामलों में यह 5 से 21 दिन का भी पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीजों के सैम्पल एनआईवी पुणे जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं। विश्व में बढ़ती इस बीमारी के चलते सभी सीएमएचओ का अलर्ट किया गया है।