Morbi Bridge Collapse: मोरबी हादसे पर सीएम गहलोत ने जताया दुख, पीएम मोदी से की दोषियों पर कार्रवाई मांग
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान के सीएम गहलोत इस वक्त गुजरात के दौरे पर है। इस दौरान आज उन्होने मोरबी पुल दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात भी की है। सीएम गहलोत ने मोरबी पुल दुर्घटना पर दुख जताया है। सीएम गहलोत ने कहा कि गुजरात के मोरबी में पुल गिरने की घटना लापरवाही का नमूना है। सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। अभी जो मुआवजा दिया जा रा है वह नाकाफी है। इस लापरवाही के जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए।
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मोरबी सिविल हॉस्पिटल में घायलों से मुलाकात कर मीडिया से बात की।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 31, 2022
125 से अधिक लोगों की जान लेने वाला यह पूरा घोटाला सामने आना चाहिए एवं पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए।
हादसे के कारण कांग्रेस ने गुजरात में आज से शुरू होने वाले परिवर्तन यात्रा समेत अन्य कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। pic.twitter.com/EyHo9JoMIC
सीएम गहलोत ने पीएम मोदी से की दोषियों पर कार्रवाई मांग करते हुए कहा है कि मामले की जांच समयबद्ध हाईकोर्ट के जज से करवानी चाहिए। ताकि लोगों को मालूम पड़े कि किसका दोष था, उन्हें सजा मिल सके। ये जो मैनेजमेंट कंपनी कर रही थी, हमने सुना है कि जल्दबाजी में बिना सर्टिफिकेट लिए हुए ब्रिज को चालू कर दिया। मेन कारणा हादसा का ये भी हो सकता है। इसकी जांच होगी, तब मालमू पडे़गा। सीएम गहलोत ने कहा कि चुनाव की वजह से कंपनी से बिना सर्टिफिकेट लिए ही ब्रिज को चालू कर दिया। प्रमुख कारण हादसा का हो सकता है। इसकी जांच होने पर मालूम पड़ेगा। उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हो। राजस्व कमाने के चक्कर में इन्होंने इसकी शुरुआत कर दी है। मीडिया में जो खबरें आ रही है, उससे और ज्यादा शव मिलने की संभावना है। बहुत दुखद घटना है। मैं समझता हूं, मुआवजा अपर्याप्त है। मुआवजे में कोई राजनीति नहीं है। यह तो लापरवाही का नमूना है। सरकार का चाहिए कि फंड की व्यवस्था करें।
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अहमदाबाद पहुंचकर मीडिया से बात की।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 31, 2022
मोरबी की घटना लापरवाही का नमूना है। सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। अभी जो मुआवजा दिया जा रहा है वह नाकाफी है। इस लापरवाही के जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए। pic.twitter.com/cV0fOV5aFN
राज्य सरकार 4 लाख रुपये मुआवजा राशि दे रही है, पीएम राहत कोष से 2 लाख रुपये की राशि अपर्याप्त है। कम से कम 10 लाख रुपये राज्य सरकार से मिलना चाहिए। 5 लाख रुपये पीएम राहत कोष से मिले। प्राकृतिक प्रकोप भी नहीं है। इसलिए सरकार का चाहिए कि तत्काल कार्यवाही करें। सीएम गहलोत ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए था। जबक परमिशन नहीं दी तो अलाऊ क्यों किया गया। इतनी बड़ी घटना हो गई। सब लोग देश के चिंतित है।
