Lumpy Skin Disease: सीएम गहलोत ने केंद्र से की लंपी स्किन डिजीज को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की अपील, रोकथाम के लिए बुलाई अहम बैठक
जयपुर न्यूज डेस्क। प्रदेश के करीब सभी जिलों में अब लंपी वायरस का कहर देखने को मिल रहा है। राजस्थान में लाखों गाये इस घातक संक्रमण की चपेट में आ चुकी है और हजारों गायों की मौत हो चुकी है। ऐसे में प्रदेश में बढ़ती लंपी वायरस के संक्रमण को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कल मुख्यमंत्री निवास पर वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के जनप्रतिनिधि, पशुपालक, गौशाला संचालक, अधिकारी और आमजन से संवाद किया है। सीएम गहलोत ने लम्पी स्किन डिजीज से गौवंश को बचाने के लिए जिलों में जागरूकता अभियान, रोग की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों, पशुपालकों द्वारा पशुओं के उपचार में अपनाई जा रही पद्धति के बारे में चर्चा की गई है।
लम्पी स्किन डिजीज से गौवंश को बचाने हेतु जिलों में जागरूकता अभियान,रोकथाम हेतु किए जा रहे प्रयास, पशुपालकों द्वारा पशुओं के उपचार में अपनाई जा रही पद्धति के बारे में चर्चा की गई।साथ ही प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान व प्रभावितों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर भी चर्चा की गई
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 28, 2022
इस बैठक के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में जिस मजबूती और संकल्प के साथ सभी ने बीमारी का मुकाबला किया उसी तरह लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए भी हम एकजुटता से कार्य कर रहे हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि इस संकट की घड़ी में सबको साथ लेकर चलें. उन्होंने कहा कि गौवंश में फैली इस बीमारी से निपटने के लिए हमें सभी भेद-भाव और मतभेद से ऊपर उठकर काम करना होगा। राज्य सरकार, जनप्रतिनिधि, पशुपालक, गौशाला संचालक और जनसहभागिता से यह बीमारी अब घट रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लम्पी स्किन रोगी मृत पशुओं का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से हो रहा है, जिससे संक्रमण पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। सभी जिलों में कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही, रोग को लेकर आमजन में फैल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए गांव-ढाणी तक जन-जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गौशालाओं की साफ-सफाई, सोडियम हाइपोक्लोराइट के छिड़काव, फोगिंग तथा जेसीबी की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई है।
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वही, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज को राष्ट्रीय आपदा घोषित कराने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि दवाइयों की कोई कमी नहीं आने दी जा रही है, वैक्सीन का अभी परीक्षण जारी है विकल्प के रूप में गोट पॉक्स वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने विश्वास दिलाया कि राज्य को पूरी मदद दी जाएगी। दवाई और वैक्सीन की खरीद में मुख्यमंत्री की अपील पर कई भामाशाह व स्वयंसेवी संगठन आगे आए हैं। वीसी द्वारा जुड़े नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और सतीश पूनियां ने लम्पी बीमारी की रोकथाम के लिए राज्य सरकार के किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है। वैक्सीनेशन और मृत पशुओं के डिस्पोजल संबंधी सुझाव देते हुए उन्होंने राज्य सरकार को पूर्ण सहयोग का भी आश्वासन दिया है।