Jaipur की मशहूर मिर्जा इस्माइल रोड का अद्भुत इतिहास और रोचक जानकारी
जानिए कैसे राजा जयसिंह (JaiSingh) के बसाये जयपुर (Jaipur) की एक मुस्लिम दीवान ने संवारी थी खूबसूरती। जानिए जयपुर के मशहूर मिर्जा इस्माइल रोड (MI Road) का अद्भुत इतिहास और इससे जुड़ी रोचक जानकारी जो आपको शायद ही पता होगी।
जयपुर न्यूज़ डेस्क, 18 नवंबर 1727 को बसे जयपुर शहर की खूबसूरती पूरी दुनिया में मशहूर है। आज भी हजारों की संख्या में पर्यटक हर साल इस शहर का दौरा करते हैं, जिसने अपनी पारंपरिक शैली को बरकरार रखा है। हम सभी जानते हैं कि यह गुलाबी शहर महाराजा जय सिंह की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि जयपुर की सूरत बदलने में दीवान मिर्जा इस्माइल ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी।
जयपुर शहर का सबसे व्यस्त बाजार और सबसे व्यस्त सड़क, एमआई रोड का पूरा नाम मिर्जा इस्माइल रोड है। जयपुर शहर की इस व्यस्ततम सड़क पर लगभग सभी बड़े ब्रांड के शोरूम बने हुए हैं। एमआई रोड की वास्तुकला इतनी खूबसूरत है कि आप कभी नहीं जानते कि आप एक छोर से दूसरे छोर तक कब पहुंचेंगे।
24 अक्टूबर 1883 को जन्मे मिर्जा इस्माइल ने मैसूर शहर की तर्ज पर इस खूबसूरत बाजार का निर्माण कराया था। 1942 में महाराजा सवाई मानसिंह ने जयपुर के दक्षिणी भाग के विकास की जिम्मेदारी मैसूर के दीवान मिर्जा इस्माइल को सौंप दी और उन्हें जयपुर शहर का दीवान भी घोषित कर दिया।
सवाई महाराजा मानसिंह ने मिर्जा इस्माइल को केवल एक वर्ष के लिए जयपुर का दीवान घोषित किया, लेकिन जिस तरह से मिर्जा इस्माइल जयपुर के दक्षिणी हिस्से का विकास कर रहे थे, उससे प्रसन्न होकर महाराजा सवाई मानसिंह ने मिर्जा इस्माइल के कार्यकाल को दो साल के लिए बढ़ा दिया। मिर्जा इस्माइल इस बाजार का नाम सवाई मानसिंह रोड रखना चाहते थे लेकिन महाराजा सवाई मानसिंह ने मिर्जा इस्माइल के सम्मान में इस सड़क का नाम मिर्जा इस्माइल रखा।
