रिश्वत के खेल का पर्दाफाश! ACB की आकस्मिक छापेमारी में फंसा AAO, ऑफिस से बरामद हुआ लाखों रूपए कैश

जयपुर न्यूज़ डेस्क - राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) लगातार भ्रष्ट अधिकारियों पर शिकंजा कस रही है। हाल ही में एसीबी ने जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के भ्रष्ट इंजीनियर पर शिकंजा कसा था। इंजीनियर के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान करोड़ों की संपत्ति मिली थी। एसीबी की टीम दो दिन से लगातार संपत्ति की तलाशी ले रही है। वहीं दूसरी ओर राजस्थान के बालोतरा में एसीबी की टीम ने एक तहसीलदार सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि एएओ के पास से 2 लाख 29 हजार रुपए बरामद हुए हैं। एसीबी की टीम अब एएओ से बरामद रकम के बारे में पूछताछ कर रही है। चेकिंग अभियान के तहत एसीबी ने दुदवा उप तहसील के एएओ के दफ्तर में ही रुपए बरामद किए हैं।
एसीबी की सरप्राइज चेकिंग में एएओ पकड़ा गया
एसीबी महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि गोपनीय सूचना मिली थी कि संदिग्ध अधिकारी आशीष रंजन विश्वास होली अवकाश को देखते हुए अपने कार्यालय में आज 'स्टांप वेंडरों' और 'डीड राइटरों' तथा अन्य रजिस्ट्रेशन दलालों से हाल ही में रजिस्टर्ड दस्तावेजों की कीमत के एक प्रतिशत की दर से कमीशन (रिश्वत) राशि वसूल रहा है। महानिदेशक के अनुसार यह भी सूचना मिली थी कि आशीष रंजन यह राशि स्वयं न लेकर अपने किसी विश्वस्त व्यक्ति के माध्यम से कार्यालय से पास कराएगा। आशीष रंजन उपतहसील कार्यालय में रजिस्ट्री रजिस्टर का काम करता है।
राशि के बारे में नहीं दी सही जानकारी
बाड़मेर एएसपी नरेंद्र सिंह इणखिया ने बताया कि विभाग को उपतहसील में भ्रष्टाचार की गोपनीय सूचना मिली थी। जिसके बाद टीम बुधवार शाम को सरप्राइज चेकिंग के लिए उपतहसील पहुंची। जहां सहायक प्रशासनिक अधिकारी आशीष रंजन कार्यालय में मौजूद था, तलाशी के दौरान उसके पास से 2 लाख 29 हजार की राशि बरामद हुई। जब उससे राशि के बारे में पूछताछ की गई तो सहायक प्रशासनिक अधिकारी सही जानकारी नहीं दे पाया। उनसे पूछताछ अभी भी जारी है। विभाग द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है।