युवा कांग्रेस नेता की हत्या मामले में राजस्थान की सियासत में आया उबाल, पूर्व CM गहलोत और डोटासरा का सरकार पर बड़ा हमला

जयपुर न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के धौलपुर में युवा कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह राजपूत की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व सीएम गहलोत, टीकाराम जूली और गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं पुलिस का कहना है कि परिवार की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
अशोक गहलोत ने क्या कहा?
अशोक गहलोत ने ट्विटर पर लिखा कि कांग्रेस परिवार के युवा नेता भूपेंद्र सिंह राजपूत पर हमला कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। पूरे प्रदेश में हिंसा, गुंडागर्दी और हत्या अब आम बात हो गई है और हर दिन बिगड़ती कानून व्यवस्था से प्रदेश की जनता असंतुष्ट है।वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में व्याप्त गुंडागर्दी ने परिवार के इकलौते चिराग भूपेंद्र सिंह राजपूत की जान ले ली, मैं कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। सरकार को जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी युवा कांग्रेस नेता की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भूपेंद्र सिंह राजपूत की मौत की खबर बेहद दुखद और दर्दनाक है, मैं उन पर हुए कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जानकारी के अनुसार आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते भूपेंद्र पर हमले की साजिश रची। इसके बाद आरोपियों ने लामबंद होकर राजाखेड़ा पंचायत समिति के पास योजनाबद्ध तरीके से हमला किया।
भूपेंद्र की इलाज के दौरान मौत
दरअसल, धौलपुर के राजाखेड़ा कस्बे में मंगलवार को कांग्रेस मीडिया सेल के जिला प्रवक्ता भूपेंद्र सिंह राजपूत पर कुछ हमलावरों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया और हमलावर भूपेंद्र को मरा हुआ समझकर मौके से भाग गए। उन्हें गंभीर हालत के चलते राजाखेड़ा से हायर सेंटर रेफर किया गया। भूपेंद्र की बुधवार को आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
थाना प्रभारी रामकिशन ने बताया कि परिजनों ने नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। संभावित ठिकानों पर दबिश देकर आरोपियों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेता भूपेंद्र और हमलावरों के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी, जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से भूपेंद्र सिंह राजपूत पर हमला किया गया।