युवाओं के लिए खुशखबरी! 10 हजार शिक्षकों और 4 हजार पटवारियों की भर्ती की घोषणा, यहां विस्तार से पढ़े पूरी डिटेल

जयपुर न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आगामी वित्तीय वर्ष में 10 हजार स्कूली शिक्षकों और चार हजार पटवारियों की भर्ती करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान दिवस अब चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाएगा। शर्मा ने बुधवार (12 मार्च) को विधानसभा में वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए यह घोषणा की। उन्होंने पिछली सरकार के दौरान की गई सभी 'गलतफहमियों' की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की भी घोषणा की।
10 हजार पुलिसकर्मियों की होगी भर्ती
मुख्यमंत्री ने आगामी वर्ष में वन विभाग में 1,750 कार्मिकों, चार हजार पटवारियों और 10 हजार स्कूली शिक्षकों तथा पुलिस में 10 हजार पदों पर भर्ती करने की घोषणा की। शर्मा ने संगठित निजी क्षेत्र में पहली बार 50,000 रुपये तक मासिक वेतन वाली नौकरी पाने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए 10,000 रुपये की एकमुश्त सहायता प्रदान करने के लिए 'मुख्यमंत्री युवा रोजगार प्रोत्साहन योजना' शुरू करने और सीएनजी और पीएनजी पर वैट की दर को घटाकर 7.5 प्रतिशत करने की घोषणा की। उन्होंने 'गरीबी मुक्त राजस्थान' के विजन को साकार करने के लिए 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना' शुरू करने की भी घोषणा की।
"यमुना का पानी राजस्थान लाने के लिए डीपीआर तैयार"
मुख्यमंत्री के वक्तव्य के बाद विधानसभा ने राजस्थान विनियोग (संख्या 2) विधेयक, 2025 और राजस्थान वित्त विधेयक-2025 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। इन विधेयकों पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने यमुना का पानी राजस्थान लाने के लिए संयुक्त 'डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट)' तैयार करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। 'राइजिंग राजस्थान समिट' में हुए समझौतों के बारे में उन्होंने कहा, "इस समिट में हुए समझौतों में से 3 लाख करोड़ रुपए के समझौते 30 मार्च तक लागू हो जाएंगे।"
"ऐसा कोई संगठन नहीं जो आरएसएस की बराबरी कर सके"
देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "आरएसएस में काम करते हुए लोगों की तीन-चार पीढ़ियां गुजर जाती हैं। वे इस देश और समाज को दिशा देने के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "अगर कोई देश और समाज की सेवा करने वाले ऐसे संगठन के बारे में ऐसी बातें कहता है, तो यह बहुत गलत है। दुनिया में ऐसा कोई संगठन नहीं है जो आरएसएस की बराबरी कर सके।"
जूली ने कहा- आरएसएस के इशारे पर कई नियम बदले गए
इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने राज्य सरकार पर आरएसएस के प्रभाव में नियमों को बदलने का आरोप लगाया और संगठन को राजस्थान में भेदभाव को खत्म करने और दलितों के उत्थान की दिशा में वास्तविक काम करने की चुनौती दी। जूली ने कहा, "आरएसएस के कहने पर कई नियम बदले गए। मैं आज अपील करता हूं कि अगर आरएसएस में हिम्मत है तो वे अभियान चलाएं कि वे राजस्थान में छुआछूत खत्म करेंगे और दलितों को आगे लाने का काम करेंगे।" विधानसभा की कार्यवाही 19 मार्च तक स्थगित कर दी गई।