आपदा के लिए तैयार राजस्थान! हनुमानगढ़ में रेलवे स्टेशन पर आग और नोहर में विस्फोट की मॉकड्रिल, सभी विभागों का शानदार प्रदर्शन
आपदा प्रबंधन एवं नागरिक सुरक्षा के अंतर्गत बुधवार को हनुमानगढ़ जिले में दो स्थानों पर "ऑपरेशन अभ्यास" मॉक ड्रिल (आपात स्थिति का पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न विभागों के समन्वय, तत्परता एवं प्रतिक्रिया समय को परखना तथा आमजन में जागरूकता लाना था। प्रशासनिक एवं सुरक्षा एजेंसियों ने इस मॉक ड्रिल पर गंभीरता से काम किया तथा इसे पूरी तरह वास्तविक रूप दिया गया।
रेलवे स्टेशन पर विस्फोट की सूचना से हड़कंप
शाम करीब 4.00 बजे हनुमानगढ़ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर विस्फोटक पदार्थ एवं आग की सूचना मिलते ही आपातकालीन सायरन बज उठा। मौके पर दमकल, पुलिस, चिकित्सा दल, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा एवं एसडीआरएफ की टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं। बचाव अभियान के दौरान आग पर काबू पाया गया, घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया तथा उसके बाद एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। मौके पर पुलिस द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी की गई तथा आमजन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। रोडवेज द्वारा यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। मॉक ड्रिल में सभी विभागों ने अनुशासन एवं समन्वय के साथ अपनी भूमिका निभाई। इस मॉक ड्रिल से यह साबित हो गया कि प्रशासन और सुरक्षा बल आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं।
प्रशासन ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया
मॉक ड्रिल के तहत जब घायलों को जिला अस्पताल लाया गया तो जिला कलक्टर श्री काना राम और पुलिस अधीक्षक अरशद अली वहां पहुंचे और उपचार व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बर्न यूनिट, ट्रोमा सेंटर, रजिस्ट्रेशन, दवा वितरण और आपातकालीन कक्ष की व्यवस्थाओं को जांचा। कलक्टर ने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में संसाधनों की कमी नहीं होनी चाहिए। जिला कलक्टर काना राम ने कहा कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए विभागों के बीच समन्वय और प्रतिक्रिया समय की जांच करना था। विभागों ने अनुशासित और संगठित तरीके से काम किया, जो संतोषजनक रहा। भविष्य में भी इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाएंगी, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में हम तत्परता से काम कर सकें।
पुलिस अधीक्षक अरशद अली ने कहा कि हनुमानगढ़ सीमावर्ती जिला है। यहां कभी भी प्राकृतिक आपदा, तकनीकी दुर्घटना या बाहरी हमले जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से हमने सुरक्षा बलों और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता को परखा, जो काफी सकारात्मक रहा। सभी विभागों के बीच समन्वय सराहनीय रहा।मॉक ड्रिल के दौरान जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, एडीएम उम्मेदी लाल मीना, एएसपी जनेश तंवर, एसडीएम मांगीलाल, सीओ सिटी मीनाक्षी, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। रोडवेज की ओर से मौके पर बसों की भी व्यवस्था की गई थी, ताकि रेस्क्यू के बाद नागरिकों को अन्यत्र भेजा जा सके।
नोहर के 132 केवी जीएसएस पर आपातकालीन स्थिति का रिहर्सल भी किया गया
दोपहर में नोहर स्थित 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन (जीएसएस) पर विस्फोट व आगजनी की सूचना पर दूसरी मॉक ड्रिल की गई। बिजली घर में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, चिकित्सा विभाग, होमगार्ड, सिविल डिफेंस व पुलिस की टीमें पहुंच गई। बिजली आपूर्ति तुरंत बंद करवाई गई। आग पर काबू पाया गया तथा घायलों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान एसडीएम पंकज गढ़वाल, सीओ ईश्वर सिंह, बीसीएमओ डॉ. प्रदीप कड़वासरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने पूरी प्रक्रिया की निगरानी की और टीमों के काम की सराहना की।
