Aapka Rajasthan

Hanumangarh नशा मुक्त हनुमानगढ़ की संकल्पना साकार होगी

 
Hanumangarh नशा मुक्त हनुमानगढ़ की संकल्पना साकार होगी

हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, ‘‘नशे की लत है ऐसी, जो कर दे जिंदगी नर्क जैसी‘‘, ‘‘नशा नहीं कोई शान है, ये तो मानवता का अपमान है‘‘,‘‘अब तो बस एक ही सपना, नशा मुक्त हो भारत अपना‘‘। ऐसे हजारों मनोभावों को विद्यार्थियों ने कागज पर उतार कर नशा मुक्त हनुमानगढ़ के संकल्प को और मजबूत किया। जिले के सभी स्कूलों में शनिवार सुबह विद्यार्थियों ने नशा मुक्त हनुमानगढ़ के ‘‘मानस अभियान‘‘ के तहत निबंध लेखन किया।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में जिला कलेक्टर काना राम के निर्देशन में यह पहल हुई। जिला कलेक्टर ने प्रत्येक माह के चौथे शनिवार को स्कूलों में ‘नशा मुक्त गतिविधियां‘ कराने की घोषणा की थी। उसी कड़ी में विद्यार्थियों ने निबंध लेखन किया। उन्होंने घर पहुंचकर अपने परिजनों को भी निबंध पढ़कर सुनाया और स्वयं के साथ उन्हें भी ई-शपथ दिलाई।

विद्यार्थियों ने निबंध में अपने आसपास नशे से हुई घटनाओं, दुष्प्रभावों और नशा छोड़ने के बाद हुए फायदों को भी बखूबी लिखा। उन्होंने राष्ट्रव्यापी समस्या में युवाओं की बढ़ती लत, बिखरते परिवार, टूटते सपनों और रिश्तों के साथ नशे के कारण, रोकथाम में प्रशासनिक और सामुदायिक पहल, चिकित्सकीय सलाह सहित विभिन्न बिंदूओं में विचार प्रस्तुत किए। कई विद्यालयों में लेखन के बाद विद्यार्थियों ने अपने अनुभव सुनाए तो कईयों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि नशा धीरे-धीरे नहीं छूटता, उसके लिए एक दिन दृढ़ संकल्प लेना होगा। तभी नशा मुक्त हनुमानगढ़ का सपना साकार होगा और अंधेरी जिंदगी में उजियारा आएगा।