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Hanumangarh किसानों को मिलेगी 11 अंकों की विशिष्ट किसान आईडी, कृषि भूमि का ब्योरा दर्ज होगा

 
Hanumangarh किसानों को मिलेगी 11 अंकों की विशिष्ट किसान आईडी, कृषि भूमि का ब्योरा दर्ज होगा
हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, हनुमानगढ़  हनुमानगढ़ किसानों को अब 11 अंकों की यूनिक फार्मर आईडी मिलेगी। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर बुधवार से शिविर लगाए जाएंगे। पहले दिन जिले की 8 ग्राम पंचायतों में कैंप लगाकर किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। हर पंचायत में 3 दिन शिविर लगेंगे। 11 अंकों की विशिष्ट आईडी में किसानों की कृषि भूमि का पूरा विवरण उपलब्ध रहेगा। और इसे आधार से जोड़ा जाएगा।किसानों द्वारा यह आईडी बनवाने के लिए आधार कार्ड, जमाबंदी और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी। भविष्य में किसानों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं तक सरल पहुंच के लिए यह आईडी आवश्यक होगी। इसमें पीएम किसान/सीएम किसान सम्मान निधि योजना तथा कृषि विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में भी सुविधा मिलेगी। सरकार इस अभियान के माध्यम से प्रदेश के किसानों को डिजिटल युग से जोड़ने का प्रयास कर रही है। अब किसानों को सरकारी योजनाओं के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि उनकी पहचान एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी। इस फार्मर आईडी से किसान के समस्त कृषि भूखंड और हिस्से जुड़े रहेंगे। इसे किसान के आधार से लिंक किया जाएगा। इसमें इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी कि अगर कोई किसान जमीन की खरीद एवं बेचान करता है तो रिकॉर्ड अपने आप ही अपडेट हो जाए।

इससे राज्य सरकार को किसानों, उनकी कृषि भूमि, फसल उत्पादन और संबंधित गतिविधियों पर रीयल-टाइम डेटा उपलब्ध होगा और सरकार बेहतर नीतियां बना सकेगी। फार्मर रजिस्ट्री, एग्री-स्टैक डिजिटल एग्रीकल्चर परियोजना का हिस्सा है। इससे किसानों को डिजिटल पहचान मिलेगी। इसे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत हर किसान को 11 अंकों की एक आईडी दी जाएगी। इसका उद्देश्य किसानों को सरकारी योजनाओं, कृषि ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले बीज और अन्य लाभ सीधे पहुंचाना है। इसके तहत भू-संवर्भित राजस्व ग्राम मानचित्र, जीआईएस आधारित रियल टाइम फसल सर्वे और भूमि रिकॉर्ड का डायनेमिक लिंकिंग किया जाएगा। इससे सरकार के पास किसानों की कृषि भूमि, फसल उत्पादन और संबंधित गतिविधियों का डिजिटल टाइम डेटा उपलब्ध होगा, जिससे नीति निर्माण में मदद मिलेगी। फार्मर रजिस्ट्री से पीएम किसान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को समय पर मिलेगा। किसान क्रेडिट कार्ड और एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड जैसी सुविधाएं प्राप्त करना आसान होगा। किसानों को सस्ता कृषि ऋण और बेहतर बाजार सुविधाएं मिलेंगी। सरकार के कृषि संबंधी सभी विभागों का डेटा एक मंच पर उपलब्ध रहेगा। इससे किसानों को तेजी से सेवाएं मिल सकेंगी। राज्य की कृषि नीतियों में पारदर्शिता आएगी और योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचेगा।

फार्मर रजिस्ट्री में किसानों का नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर और ई-केवाईसी विवरण दर्ज किया जाएगा। किसानों के स्वामित्व वाली सभी कृषि भूमि (खसरा संख्या) का रिकॉर्ड जोड़ा जाएगा। यदि भूमि स्वामित्व में कोई परिवर्तन (विरासत, बिक्री इत्यादि) होता है तो रजिस्ट्री स्वतः अपडेट हो जाएगी। यह डेटा डिजिटल रूप से संरक्षित होगा और सरकारी योजनाओं से जोड़ने में मदद करेगा। ग्राम पंचायतों में लगने वाले शिविरों में फार्मर रजिस्ट्री के साथ फसल बीमा योजना की पॉलिसी वितरण, पीएम कुसुम में रजिस्ट्रेशन, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में पंजीकरण, टीबी स्क्रीनिंग, वय वंदन योजना में केवाईसी और कार्ड वितरण, आभा आईडी वितरण, मंगला पशु बीमा योजना में पंजीकरण, किसान क्रेडिट कार्ड (एएचडी), पशुओं का टीकाकरण और इलाज, पेंशन का सत्यापन, जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्रों का जारी करना, पट्टों का जारी करना, हर घर जल प्रमाणन एवं डिग्गियों की सफाई, मानस ई-शपथ भी दिलाई जाएगी।

आज इन 8 ग्राम पंचायतों में लगेंगे कैंप, अधिकारी करेंगे निरीक्षण अभियान का आगाज 5 फरवरी यानी बुधवार से हो जाएगा। 5 से 7 फरवरी तक हनुमानगढ़ के गुरुसर, संगरिया के मालारामपुरा, पीलीबंगा के लौंगवाला, रावतसर के 22 एजी, पल्लू के बरमसर, टिब्बी के शेरेका, नोहर के चक सरदारपुरा और भादरा के साहुवाला ग्राम पंचायतों में शिविर लगेंगे। इन गांवों में लगातार तीन दिन कैंप चलेंगे। इसी प्रकार 7 से 9 फरवरी तक हनुमानगढ़ के 31 एसएसडब्ल्यू, संगरिया के मानकसर, टिब्बी के 11 एसटीबी, रावतसर के 4 डीडब्ल्यूएम, पल्लू, पीलीबंगा के मिर्जावाली मेर, नोहर के किकराली और भादरा के भाड़ी ग्राम पंचायतों में शिविर लगेंगे। कैंपों का अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा। ^फार्मर रजिस्ट्री अभियान के तहत जमाबंदी, आधार नंबर व मोबाइल नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन कर 11 अंकों की यूनिक आईडी जारी की जाएगी। इससे कृषकों को डिजिटल पहचान मिलेगी। हनुमानगढ़ ब्लॉक में गुरुसर में कैंप लगेगा। तैयारी पूरी कर ली गई है। मांगीलाल सुथार, एसडीएम हनुमानगढ़