Hanumangarh लाखों रुपये के नकली नोट मामले में चार और आरोपी गिरफ्तार, रिमांड पर भेजा

नाकबंदी दौरान गुरुवार को गांव फतेहपुर की ओर से दो वाहन आते पुलिस टीम को दिखाई दिए। जिन्हें रोकने पर कार सवार दो व्यक्ति खेतों में भाग गए। कार की तलाशी लेने पर पिछली सीट पर काले रंग की पॉलिथीन थैली में 500, 200 व 100 रुपए नोटो की गड्डियां थीं। कार में जसपालसिंह उर्फ सोनू (23) पुत्र अवतार सिंह निवासी वार्ड पांच फतेहपुर, रूपेश कुमार (38) पुत्र रामप्रकाश रेगर निवासी वार्ड 16 हनुमानगढ़ टाऊन, रविन्द्रसिंह उर्फ रवि (35) पुत्र मेजर सिंह निवासी वार्ड 11 गांव फतेहपुर तथा दूसरी कार में चालक गुरजंटसिंह उर्फ जंटी उर्फ बिट्टू (30) पुत्र कश्मीरसिंह निवासी गांव फतेहपुर को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर कार की पिछली सीट पर थैली में 500, 200 व 100 रुपयों के नोटो से भरी गड्डियां बरामद हुईं। नकली नोट/चिल्ड्रन बैंक के नाम से करीब दस लाख रुपए, भारतीय बच्चों का बैक चूर्ण वाले व असली नोट 57 हजार 900 रुपए नकद मिले। धारा 489 ख, 489 ग, 420, 170, 120 बी, 34 आईपीसी में मामला दर्ज किया। आरोपी नकली नोट पैट्रोलपंप, शराब ठेकों पर रात के समय असली के रुप में चलाने के लिए लेकर जा रहे थे।
जांच में सामने आया कि आरोपी सफेद जहर रुपी चिट्टा पीने के आदी हैं। वे इसी नशापूर्ति के लिए ठगी वारदात करते हैं। नशा करने वाले लोगों ने जुड़कर गिरोह बना लिया व पंद्रह से अधिक वारदातें हनुमानगढ़ जिला क्षेत्र सहित पड़ौसी हरियाणा व पंजाब राज्यों में कर डाली। वे फतेहपुर निवासी सतनाम सिंह उर्फ मंजीतसिंह व सतनामसिंह पुत्र करतारसिंह निवासी पीरावाली से मिलकर अग्रोहा मोड़ के पास हिसार में रंगीन प्रिंटर से फेक करंसी को तैयार करते। उनसे कूटरचित करेंसी 500 रुपए के 1360 नोट, 200 रुपए के 1120 नोट व 100 रुपए के 960 बरामद हुए। नोटों पर सुरक्षा तार तथा महात्मा गांधी का वाटरमार्क नहीं है। एक ही सीरीज के एक से अधिक नोट थे। नोटो की गड्डियों के अंदर के नोट आरोपी भारतीय बच्चों का बैंक फुल ऑफ फन चूर्ण लेबल के लगाकर ठगी मारते थे। ये नोट बाजार से सतनामसिंह पीरावाली खरीदकर लाया था। इस दौरान वे अपने साथ एक जने को फर्जी पुलिसवाला बनाकर वर्दी पहनाकर रखते ताकि हर कोई विश्वास करे और पुलिस से बचा जा सके।