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Hanumangarh मेघा हाईवे पर 30 बदमाशों ने मचाया उत्पात, थाने में शिकायत दर्ज

 
Hanumangarh मेघा हाईवे पर 30 बदमाशों ने मचाया उत्पात, थाने में शिकायत दर्ज 

हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, हनुमानगढ़ जिले के पल्लू कस्बे में जनप्रतिनिधि हरिराम जोशी पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। रविवार सुबह 7 बजे करीब 30 बदमाशों ने एक व्यक्ति पर धारदार हथियार, लाठियों व लोहे की रॉड से हमला कर दिया। जिसके चलते पल्लू थाने में मामला दर्ज कराया गया। हमलावर बोलेरो कैंपर गाड़ी में सवार होकर आए थे। इस हमले में घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और थाने के बाहर धरना दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। पल्लू थाने में दर्ज मामले में देवकीनंदन जोशी ने बताया कि हमारे अंबिका कॉलेज के पास खेल का मैदान है। जिसे तारबंदी से घेरा गया है। कॉलेज के पास भोम सिंह पुत्र बृजलाल सिंह का खेत है। जो काफी समय से रंजिश रखे हुए है।

रविवार सुबह करीब 7 बजे भोम सिंह व उसके बेटे धीर सिंह, गुमान सिंह, विनोद सिंह व 25 अन्य लोग गाड़ी लेकर आए और आते ही उन्होंने खेल के मैदान की तारबंदी को तोड़ना शुरू कर दिया। तभी मेरे भाई हरिराम जोशी ने मौके पर जाकर उन्हें रोका तो भोम सिंह ने अपने साथ आए लड़कों व अन्य लोगों से हरिराम जोशी को जान से मारने की बात कही। भोम सिंह के इतना कहते ही सभी ने हरिराम जोशी पर जान से मारने की नीयत से लाठी व कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। लाठी व कुल्हाड़ी के वार से हरिराम जोशी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पल्लू सीएचसी लाया गया, जहां से उसे बीकानेर रेफर कर दिया गया। पल्लू पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं थाना प्रभारी सुशील कुमार स्वयं मामले की जांच कर रहे हैं।

उपद्रवियों पर जनप्रतिनिधि पर हमला करने व पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार व ग्रामीण सुबह 11 बजे धरने पर बैठ गए। नोहर प्रधान सोहन ढील भी मौके पर धरने में शामिल हुए। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मारपीट के समय थाने पर तैनात ड्यूटी अधिकारी ने जानबूझकर घटना को टाल दिया। जिसके कारण बदमाश भागने में सफल हो गए। देवकीनंदन जोशी ने आरोप लगाया कि जब वह अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी व स्टाफ ने जानबूझकर उन्हें एक घंटे तक बैठाए रखा और मामला दर्ज करने में देरी करते रहे।