राजस्थान के इस जिले में पुलिस की दबंगई! थाने में युवकों को पीटा फिर मांगी 20 हजार रिश्वत, यहां पढ़े पूरी डिटेल

हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में पुलिस द्वारा युवकों की पिटाई का मामला सामने आया है। जिसमें देर रात एक दुकान से दो युवकों को थाने में लाकर उनकी पिटाई की गई तथा उन्हें छोड़ने की एवज में बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में बुधवार को कांग्रेस व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके बाद जब मामला वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तो हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया।
पुलिस से डरे हुए थे दोनों युवक
पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़ ने बताया कि स्टूडियो में काम करने वाले विनोद वर्मा व मनोज मेघवाल देर रात करीब दो बजे सन सिटी में अपना काम खत्म कर घर लौट रहे थे। इस दौरान पुलिस की गाड़ी ने उन्हें देख लिया, जिससे वे डर गए और वापस अपने स्टूडियो में चले गए। पुलिस की गाड़ी में सवार हेड कांस्टेबल रामप्रसाद मीना व अन्य पुलिस कर्मी दुकान में घुस गए।
युवकों को थाने ले जाकर पीटा
जहां पीड़ित युवकों ने हेड कांस्टेबल से दुकान मालिक से बात करनी चाही, लेकिन पुलिस ने पीड़ित युवकों को जबरन टाउन थाने ले आई। जहां उन्होंने पुलिस पर युवकों की पिटाई करने का भी आरोप लगाया। उपसभापति ने आरोप लगाया कि आरोपी हवलदार को पता था कि दोनों युवक स्टूडियो में काम करते हैं और कई बार काम के लिए थाने आ चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने युवकों की पिटाई की।
छोड़ने के लिए 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी
जब मामले की जानकारी साथियों को लगी तो वे सुबह-सुबह थाने पहुंचे और युवकों को छोड़ने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी पुलिस कर्मी ने कहा कि 20 हजार रुपए देने की शर्त पर ही वह युवकों को छोड़ेगा। इसके बाद सुशील और विकास मांडा ने एटीएम से आठ हजार रुपए निकाले, लेकिन 20 हजार रुपए की मांग पूरी होने तक पुलिसकर्मियों ने युवकों को नहीं छोड़ा।
हेड कांस्टेबल मीना को लाइन हाजिर किया
घटना की सूचना मिलने पर टाउन थाना परिसर पहुंचे एनएसयूआई व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी युवाओं ने हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर करने की मांग की। टाउन थाना प्रभारी हनुमानाराम बिश्नोई ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता में बताया कि उन्होंने पुलिस अधीक्षक व सीओ सिटी से वार्ता कर पूरे मामले से अवगत करा दिया है। जिस पर उच्चाधिकारियों ने हेड कांस्टेबल मीना को लाइन हाजिर कर दिया है।