ग्राम विकास अधिकारी पर 50 लाख के गबन का आरोप, FIR दर्ज, जाँच की मांग
झुंझुनू न्यूज़ डेस्क, झुंझुनू जिले के पातुसरी और नयासर में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी सिद्धार्थ खीचड़ ने अपनी नई-नई नौकरी में ही घोटाले कर डाले. उसकी नियुक्ति को अभी 16 महीने ही बीते हैं. सिद्धार्थ खीचड़ ने बिना किसी डर के अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के खातों में ग्राम पंचायत के लाखों रूपए ट्रांसफर कर दिए. अब खुलासा हुआ तो पंचायत समिति बीडीओ ने उसे निलंबित कर दिया है.
दो पंचायत के सरपंचों ने करवाया मुकदमा दर्ज
सिद्धार्थ खीचड़ पर दो ग्राम पंचायतों के विकास फंड के से 80 लाख रुपए खुद की पत्नी और परिचित के बैंक खातों में ट्रांसफर करने का आरोप लगा है. सदर थाने में इस मामले में नयासर सरपंच रोशन मांजू ने एफआईआर दर्ज करवाई है FIR में ग्राम विकास अधिकारी पर 50 लाख रूपए के गबन का आरोप लगा है. तो वहीं पातुसरी सरपंच ने भी थाने में रिपोर्ट दी है. जिसमें खीचड़ पर 30 लाख रूपए के गबन का आरोप लगाया गया है.
पत्नी और रिश्तेदारों के खातों में किये ट्रांसफर
गबन के आरोपी वीडीओ सिद्धार्थ खीचड़ को अप्रैल 2023 में ज्वॉइनिंग के बाद पहले पंचायत समिति और बाद में पातुसरी पंचायत में वीडीओ का दो साल का प्रोबेशन पीरियड भी पूरा नहीं हुआ है,उससे पहले ही उसने ये घोटाले कर दिए. पातुसरी में ग्राम विकास अधिकारी रहते हुए इसे नयासर ग्राम पंचायत की ग्राम विकास अधिकारी प्रियंका के अवकाश पर जाने की वजह से नयासर का अतिरिक्त चार्ज 10 जून को दिया था. उसी दौरान 30 जुलाई से 29 अगस्त के बीच वीडीओ सिद्धार्थ खीचड़ ने अपनी पत्नी संगीता खीचड़ और अजय नामक व्यक्ति के खाते में 50 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.
BDO ने किया निलंबित
इसमें दिलचस्प बात यह है कि ग्राम पंचायत के बैंक खाते में ट्रांजेक्शन के लिए सरपंच के पास ओटीपी आनी थी. लेकिन ग्राम विकास अधिकारी सिद्धार्थ ने सिंगल आईडी से रुपए ट्रांसफर किए. जिससे सरपंच के पास ओटीपी नहीं आई और गबन का पता नहीं लगा. झुंझुनूं पंचायत समिति की बीडीओ ममता चौधरी ने आरोपी ग्राम विकास अधिकारी सिद्धार्थ खीचड़ को निलंबित कर दिया है. बीडीओ ने ग्राम विकास अधिकारी का निलंबन आदेश जारी करते हुए निलंबन काल में अजाड़ी कलां मुख्यालय किया हैं. मामले की जांच के लिए 3 सदस्यों की समिति गठित की हैं. बताया जाता है कि सिद्धार्थ खीचड़ भाजपा के कुछ बड़े नेताओं के भी संपर्क में रहता है.