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गर्मियों की छुट्टियों में घूमने के लिए ये है Dungarpur की बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन, खासियत जानकर अभी बना लेंगे घूमने का प्लान

 
गर्मियों की छुट्टियों में घूमने के लिए ये है Dungarpur की बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन, खासियत जानकर अभी बना लेंगे घूमने का प्लान 

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क - अगर आप गर्मियों में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके और आपके परिवार के लिए डूंगरपुर घूमने के लिए बेहतर टूरिस्ट पैलेस हो सकता है। राजस्थान के सबसे साफ-सुथरे शहरों में से एक डूंगरपुर में आप पहाड़ियों, महलों, मंदिरों की सैर का लुत्फ उठा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं डूंगरपुर में घूमने के लिए 5 बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन।

1. विंटेज कार म्यूजियम: उदय विलास पैलेस में विंटेज कारों का म्यूजियम है। जहां कई विंटेज कारें हैं। म्यूजियम में 1962 की जगुआर और 90 के दशक की लेम्बोर्गिनी समेत 35 विंटेज कारें हैं। कार म्यूजियम देखने के लिए काउंटर से 250 रुपए का टिकट लेकर आप विंटेज कारों के साथ सेल्फी भी ले सकते हैं।

2. बेणेश्वर धाम: यह डूंगरपुर से 70 किमी दूर है। यह सोम, माही और जाखम नदियों का त्रिवेणी संगम है। इसे वागड़ का कुंभ भी कहा जाता है। यहां प्रसिद्ध शिव मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, ब्रह्मा जी मंदिर, वाल्मीकि मंदिर और प्रसिद्ध आबूदार घाट है। माघ शुक्ल एकादशी से माघ शुक्ल पूर्णिमा तक मेले में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लाखों श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं।

3. जूना महल: सफेद पत्थरों से बना यह सात मंजिला महल 13वीं शताब्दी में बना था। यह देखने में किसी बड़े किले जैसा लगता है। इसे पुराना महल भी कहते हैं। इस महल का निर्माण तब हुआ था, जब मेवाड़ राजवंश के लोगों ने अलग होकर यहां अपना साम्राज्य स्थापित किया था। महल के बाहरी क्षेत्र में बने संकरे रास्ते दुश्मनों से सुरक्षा के लिए बनाए गए थे। महल के अंदर की साज-सज्जा में कांच, दर्पण और लघु चित्रों का इस्तेमाल किया गया था। महल की दीवारों और छतों पर डूंगरपुर का इतिहास और 16वीं से 18वीं शताब्दी के बीच के राजाओं के चित्र उकेरे गए हैं।

4. देव सोमनाथ: देव सोमनाथ मंदिर डूंगरपुर से 24 किलोमीटर दूर सोम नदी के तट पर बना एक प्राचीन शिव मंदिर है। मंदिर की संरचना इसकी सबसे बड़ी खासियत है। यह सिर्फ पत्थरों से बना है, इसमें न तो चूना और न ही सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है। यह बिल्कुल गुजरात के वेरावल में स्थित सोमनाथ मंदिर जैसा दिखता है।

5. उदय विलास प्लेस: उदय विलास प्लेस एक प्राचीन महल है। इसका निर्माण महाराजा उदय सिंह-द्वितीय ने 1883-87 ई. के दौरान अपने शाही निवास के रूप में करवाया था। यह महल गैप सागर झील के पास बनाया गया था। इसके निर्माण में बलवाड़ा और परेवा पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। आप इस जगह पर ठहर भी सकते हैं। यहां एक दिन रुकने का किराया 9 हजार से 10 हजार है।