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Dungarpur सेंगाल महुडी, खजूरी से पंडोर फला, खजूरी बी तक की सड़कों की हालत खराब

 
Dungarpur सेंगाल महुडी, खजूरी से पंडोर फला, खजूरी बी तक की सड़कों की हालत खराब
डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर यदि ऐसी कोई सड़क है तो एईएन को निर्देशित कर ठेकेदार से सड़क को ठीक करवाया जाएगा। हमने सारा कार्य पीडबल्यूडी से अनुमति लेकर ही काम किया है। बिना अनुमति के काम नहीं कर रहे हैं। सड़कों को लेकर हमारे पास पीडब्ल्यूडी का कोई पत्र नहीं आया है।

पीएचईडी डूंगरपुर

डूंगरपुर जिले में जल जीवन मिशन के तहत गांवों में बिछाई जाने वाली पेयजल पाइप के कारण ग्रामीण सड़कों को तोड़ दिया गया है। 90 करोड़ रुपए की लागत की जिले की 70 से अधिक सड़कों के शोल्डर व किनारों को खोद दिया है और पाइपलाइन डाली गई है। पाइप लाइन क्रॉस करने के लिए डामर सड़कें भी तोड़ी। हर घर नल कनेक्शन के लिए डामर सड़क को जहां- जहां तोड़ा गया, उसे ठेकेदार की ओर से वापस सही भी करना है लेकिन सिर्फ मिट्टी डालकर औपचारिकता की जा रही है। इस पूरे मामले में जलदाय विभाग के अधिकारियों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो गए। इनकी लापरवाही की वजह से सड़कें डेमेज होना शुरू हो गई हैं। सड़क के शोल्डर व सड़क पहले जैसी थी, वैसी ही वापस करने का नियम है, लेकिन ठेकेदार को काम जल्दी पूरा करने व पीएचईडी के अधिकारियों की तरफ से मौका निरीक्षण नहीं करने से स्थिति बिगड़ गई है।

सड़कों का हाल जानने के लिए जिले के बिछीवाड़ा क्षेत्र के चुंडावाड़ा से सेंगाल महुडी, खजुरी से पांडोर फला, खजुरी बी सड़क समेत कई सड़कों की स्थिति को देखा। करीब 12 किमी लंबी इन सड़कों की लागत करीब 6 करोड़ से अधिक हैं। पाइप लाइन बिछाने के बेहद गलत तरीके से खुदाई करते हुए शोल्डर खोद िदए। इसके बाद व्यवस्थित भी नहीं किया। इस वजह से डामर के किनारे टूटने लगे हैं। इस वजह से यहां से गुजरने वाले वाहनों को सामने से वाहन आने की स्थिति में गिरने का खतरा भी बना रहता है। राहगीरों को परेशानी हो रही है। दुपहिया वाहन चालक भी गिरकर चोटिल हो रहे हैं। सड़क पहले जैसी थी, वापस वैसे ही करनी है, लेकिन वैसा कर नहीं रहे हैं। सड़कों के शोल्डर खराब हो गए। सड़क टूटने लगी हैं। जिन सड़कों को सही नहीं किया गया है, हमारी तरफ से उसकी सूची बनाई गई है। पीएचईडी को पूरी सूची सौंप चुके हैं। जिला प्रशासन को भी अवगत करा चुका है। पीएचईडी के अधिकारियों को सड़कों की सब जानकारी है। -धर्मेंद्र पायल, एसई, पीडब्ल्यूडी, डूंगरपुर