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1 या 2 नहीं राजस्थान के इस जिले में पूरी 52 गाड़ियां भरकर हो रही थी गोवंश की तस्करी, जिले में आधी रात कलो मचा बवाल

 
1 या 2 नहीं राजस्थान के इस जिले में पूरी 52 गाड़ियां भरकर हो रही थी गोवंश की तस्करी, जिले में आधी रात कलो मचा बवाल 

डूंगरपुर जिले के आसपुर थाना क्षेत्र में रविवार रात पुलिस और गौरक्षकों के बीच जमकर बवाल हुआ। मामला उस समय बढ़ गया जब गायों से भरे वाहन पुलिस सुरक्षा में मध्यप्रदेश जा रहे थे। गौरक्षकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इससे पुलिस और गौरक्षकों के बीच हाथापाई हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सख्ती दिखाई और गौरक्षकों को मौके से खदेड़ दिया। लेकिन इस दौरान वहां काफी हंगामा हुआ।डूंगरपुर एएसपी आशिक मीना ने बताया कि नागौर से गायों से भरे 52 वाहन मध्यप्रदेश के मेले के लिए रवाना हुए थे। पुलिस को जयपुर से इन्हें एस्कॉर्ट करने के निर्देश मिले थे। इसके चलते वाहनों को पुलिस सुरक्षा में ले जाया जा रहा था। रात को जब वाहन आसपुर कस्बे में पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में गौरक्षक एकत्र हो गए। उन्होंने वाहनों को रोकने का प्रयास किया।

गौरक्षकों और पुलिस के बीच हाथापाई
इस दौरान गौरक्षकों ने हंगामा किया। इसके चलते गौरक्षकों और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने सख्ती बरतते हुए गौरक्षकों को मौके से खदेड़ दिया और वाहनों को पुलिस सुरक्षा में भेज दिया। गौरक्षकों का आरोप है कि गायों को ले जा रहे वाहनों के चालकों ने उन्हें कुचलने की कोशिश की। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।

लापरवाही के कारण हुआ पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला लापरवाही के कारण हुआ। राजस्थान के मेवात समेत विभिन्न जिलों में बड़े पैमाने पर गायों की तस्करी होती है। गौ तस्करी को रोकने के लिए जगह-जगह गौरक्षक दल बनाए गए हैं। ये गौ तस्करों पर कड़ी नजर रखते हैं। गायों को लेकर पुलिस से भी ज्यादा सक्रिय ये गौरक्षक हैं। गौ तस्करों को पकड़ने में गौरक्षकों ने कई बार पुलिस की मदद की है। आसपुर में भी गौरक्षकों को लगा कि गौ तस्कर गायों को ले जा रहे हैं और पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है। पुलिस पर भी गौ तस्करी में मिलीभगत का आरोप लगा है।