डूंगरपुर में ‘वंदे गंगा जल संरक्षण’ अभियान का दिखा असर! बिछीवाड़ा के एनिकट और तालाब लबालब, अब नहीं रहेगी पानी की किल्लत
डूंगरपुर में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत पानी बचाने के लिए काम चल रहा है। मानसून की बारिश के बाद इसका असर भी देखने को मिल रहा है। बिछीवाड़ा क्षेत्र में पहली बारिश के बाद कई जलाशय लबालब हो गए हैं। वहीं कई तालाबों और एनीकटों में जल भराव क्षमता बढ़ गई है। भूमिगत जलस्तर बढ़ने से पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिले भर में तालाबों, एनीकटों और जलस्रोतों को गहरा और मजबूत करने का काम चल रहा है। अभियान के तहत जलस्रोत में जल भराव क्षमता और जलस्तर बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है।
डूंगरपुर में मानसून की पहली बारिश के बाद इसका असर भी देखने को मिल रहा है। खासकर बिछीवाड़ा क्षेत्र में कई जलस्रोत पानी से लबालब हो गए हैं। मोडर पंचायत के मांडविया एनीकट और पटवाला एनीकट ओवरफ्लो हो गए हैं। दोनों एनीकटों पर 5 से 6 इंच की चादर बह रही है। मोदर निवासी महेश निनामा ने बताया कि पटवाला एनीकट की डिसिल्टिंग का कार्य हो चुका है। जिससे कई टन मलबा निकाला जा चुका है। मेसवो नदी पर बने ये दोनों एनीकट लबालब भर जाने के बाद खूबसूरत नजर आ रहे हैं। वहीं चुंडावाड़ा उप तालाब को गहरा करने के लिए जनसहभागिता से कार्य किया जा रहा है। सरपंच कांता मीना ने बताया कि डिसिल्टिंग के माध्यम से तालाब से कई ट्रैक्टर मिट्टी निकाली जा चुकी है। बारिश के बाद तालाब में पानी आ गया है। तालाब की भराव क्षमता बढ़ गई है। आसपास के पूरे क्षेत्र में भी जलस्तर बढ़ेगा।
जल भराव क्षमता और जलस्तर बढ़ेगा
बीडीओ महेश चंद्र अहारी ने बताया कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत बिछीवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में पहले 10 जल स्रोतों को गहरा करने का कार्य हाथ में लिया गया था। इनका कार्य जनसहभागिता और पंचायतों के माध्यम से पूरा किया गया। इसके बाद 10 नए जल स्रोतों की डिसिल्टिंग का कार्य शुरू किया गया है। इसके अलावा हर पंचायत में जनसहभागिता से अभियान के तहत मुख्य जल स्रोतों पर डिसिल्टिंग का काम किया जा रहा है। एईएन बालकृष्ण कोटेड ने बताया कि वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान में लोगों की रुचि बढ़ी है। लोग अभियान से जुड़कर जल संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। इससे जल भंडारण क्षमता बढ़ेगी। साथ ही भूमिगत जल स्तर भी बढ़ेगा। इससे आने वाले समय में पानी की समस्या का समाधान होगा।
