डूंगरपुर-बांसवाड़ा के लोगों के लिए खुशखबरी! जल्द शुरू होगा हैंगिंग ब्रिज, सुगम आवागमन के साथ जाने क्या-क्या होंगे लाभ ?
डूंगरपुर जिले की चिखली ग्राम पंचायत के बेडुवा और बांसवाड़ा जिले के आनंदपुरी के बीच बन रहे हैंगिंग ब्रिज का काम अंतिम चरण में है। हैंगिंग ब्रिज पर पेंटिंग का काम चल रहा है। दोनों तरफ सड़क निर्माण का काम भी चल रहा है। आने वाले कुछ दिनों में जनता को यह सौगात मिल जाएगी। इससे डूंगरपुर-बांसवाड़ा दोनों जिलों के लोगों को सुविधा मिलेगी। गौरतलब है कि यह प्रदेश का दूसरा हैंगिंग ब्रिज है जो केबल से सपोर्टेड है।
दूरियां कम होंगी
ब्रिज का काम पूरा होने से चिखली से बेडुवा की दूरी 4 किमी और बेडुवा से आनंदपुर की दूरी 4 किमी रह जाएगी। आनंदपुरी से मानगढ़ की दूरी 8 किमी है। ऐसे में चिखली से मानगढ़ की दूरी मात्र 16 किमी रह जाएगी। अभी चिखली से मानगढ़ वाया सागवाड़ा, परतापुर जाने के लिए 115 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है।
डूंगरपुर-बांसवाड़ा को बांटती है नदी
डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों की सीमाओं को बांटने वाली माही नदी डूंगरपुर जिले के चिखली और बांसवाड़ा जिले के डोकर के बीच अनास नदी में मिल जाती है। गुजरात सीमा पर माही नदी पर कडाणा बांध बनाया गया है। कडाणा के किनारे के पानी के कारण यह स्थान ऊपर की ओर डूबा हुआ है। इस स्थान पर 30 से 40 मीटर की गहराई तक पानी भरा हुआ है। कडाणा बांध के पूरा भर जाने पर यह गहराई और भी बढ़ जाती है। संगम पर माही नदी की चौड़ाई 450 मीटर है। इसके पास ही नदी के बीच में संगमेश्वर तीर्थ स्थल भी है। कडाणा बांध के भर जाने पर नदी के किनारे डूब जाते हैं। साथ ही पानी ढाई किलोमीटर तक फैल जाता है।
एक नजर
132 करोड़ की लागत से हैंगिंग ब्रिज बनाया गया है।
पुल की लंबाई 1.925 किलोमीटर है।
जनता को 9 साल तक इंतजार करना पड़ा। यह पुल 17 खंभों पर खड़ा है।
