Dungarpur विश्व रोगाणुरोधी प्रतिरोध 24 सप्ताह तक रहेगा, लोगों को करेंगे जागरूक
डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर विश्व एएमआर सप्ताह (एंटीबायोटिक प्रतिरोध सप्ताह) 18 से 24 नवंबर 2023 तक मनाया जाएगा। इसके तहत जिला चिकित्सा विभाग जिले के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले मरीजों को अधिक एंटीबायोटिक लेने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक कर रहा है। कई लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, लेकिन एक-एक सप्ताह तक दवा खाने के बाद भी वे बुखार, वायरल, खांसी, जुकाम और डायरिया से पूरी तरह ठीक नहीं हो पा रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. अलंकार गुप्ता के मुताबिक जिले में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। इसके चलते डॉक्टरों को बार-बार दवाएं बदलनी पड़ती हैं। अब इन बातों को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी है. जिले के चिकित्सक, एएनएम एवं आशा सहयोगिनी आदि स्वास्थ्य कर्मियों को भी दवाइयों के सेवन के संबंध में जागरूकता के संबंध में प्रशिक्षित किया गया।
सर्दी, खांसी, बुखार आदि होने पर कई लोग अब अपने स्तर पर ही मेडिकल स्टोर से एंटीबायोटिक दवाएं ले रहे हैं। कई लोग, यहां तक कि नीम-हकीम और सक्षम डॉक्टर भी, शिक्षा न होने के बावजूद एंटीबायोटिक्स लिख रहे हैं। कई लोग इलाज के लिए क्लीनिक और अस्पतालों में डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं। लेकिन डॉक्टर जबरन एंटीबायोटिक्स लिख रहे हैं। इससे शरीर में बड़ी मात्रा में एंटीबायोटिक्स पहुंच रहे हैं। स्थिति ऐसी हो गई है कि तीन दिन तक दवा खाने के बाद भी व्यक्ति पूरी तरह से ठीक नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण व्यक्ति को 5 से 7 दिन तक दवा खानी पड़ती है। विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि अधिक मात्रा में एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल करना और पूरी अवधि तक न लेना, जरूरत न होने पर भी एंटीबायोटिक्स लेना और बिना तर्क के दवाओं का इस्तेमाल करने से शरीर में एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस पैदा हो सकता है। जरूरत पड़ने पर लोगों को डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाएं लेनी चाहिए ताकि उनकी सेहत को नुकसान न हो।