Dungarpur टेंडर पर रोक, 427 करोड़ की पेयजल योजना अटकी
यह होने थे काम
212 गांवों के लिए बनी इस योजना की डीपीआर में प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर तक पानी पहुंचने के उद्देश्य से हर गांव में पानी की नई टंकियों के निर्माण कार्य, जिससे प्रत्येक राजस्व गांव में नल की व्यवस्था, पानी की नई पाइपलाइन बिछाना, हर हर पर नल व्यवस्था, खुदी हुई सड़कों की मरम्मत, पानी को बेणेश्वरधाम से सरोदा में बनने वाले स्टोरेज होज में डालना तथा आगे लिफ़्ट करना, योजना में शामिल अंतिम गांव तक पूरी सप्लाई करना आदि कार्य होने थे। इधर, वर्तमान राज्य सरकार द्वारा पूर्ववर्ती योजनाओं व कार्यों के लिए आदेश जारी कर शिथिलन, कई कार्यों, योजनाओं के टेंडर तथा वर्क ऑर्डर जारी नहीं करने के आदेशों के तहत उक्त महत्वपूर्ण व प्रभावी योजना को भी टेण्डर प्रक्रिया के बाद रोक दिया गया है, जिससे इस योजना के भी वर्क ऑर्डर आगामी आदेश आने तक रोक लिए गए है।
योजना में यह गांव थे शामिल
इस योजना के तहत साबला तहसील के 77 गांव सहित सागवाडा उपखण्ड के 135 गांवों को पेयजल उपलब्ध करवाना था। इसके तहत साबला के अंतिम छोर के गांवों में निठाउवा, मुंगेड व बोडिगामा सम्मिलित था तो वहीं सागवाडा में सरोदा से प्रारम्भ होकर खड़गदा, फलातेड, वरदा तथा सागवाडा के उन गांवों को छोड़कर जिनको लोडेश्वर से जोड़ा गया है 135 गांव सम्मिलित थे। इस सम्बंध में प्रोजेक्ट के एक्सईएन लोकेश निमावत ने बताया कि इस योजना के तहत 212 गांवों को पानी की सप्लाई करने के लिए 427 करोड़ के कार्य टेंडर, टंकियों की जमीन आवप्ति तक पहुंच गया था। परंतु सरकार के टेंडर पर रोक के चलते वर्क ऑर्डर जारी नहीं हो सके है। उक्त योजना को होल्ड पर रखा गया है। आगामी कार्यादेश आने पर पुन: प्रारम्भ किया जाएगा।