Dungarpur कांग्रेस ने महेश एवं भाजपा ने कारीलाल पर खेला दांव
डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीएपी की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती दिखाई दे रही हैं। टिकट की दावेदारी जता चुके पार्टी के प्रदेश सह संयोजक पोपट खोखरिया की नाराजगी के बाद गुरुवार को दिनभर समझाइश का दौर चला, जिसके बाद वे मान गए एवं पार्टी का पूरी तरह से समर्थन करने का ऐलान किया। वहीं दूसरी ओर बीएपी की चिखली पंचायत समिति प्रधान शर्मिला ताबियाड़ के पति बदामीलाल ताबियाड़ ने निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में ताल ठोक दी हैं। बदामीलाल समर्थकों के साथ निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचे एवं नामांकन पेश किया। उल्लेखनीय है कि बीएपी ने जनप्रतिनिधि सलेक्शन प्रणाली के तहत प्रत्याशी घोषित किया है। टिकट नहीं मिलने पर पोपट के समर्थकों ने नाराजगी जताई थी। जिला अध्यक्ष अनुरोष रोत ने बताया कि पार्टी की ओर से टिकिट वितरण के दौरान पदाधिकारियों की नाराजगी चलती रहती है। इस बार टिकिट वितरण के दौरान प्रदेश सह संयोजक पोपट खोखरिया ने नाराजगी जताई थी। इसको लेकर पार्टी के पदाधिकारी शुक्रवार को पोपट के घर गए और समझाइश की गई। इससे उनकी नाराजगी दूर हुई । रोत ने बताया कि प्रधान पति से भी समझाइश के प्रयास जारी हैं। इस दौरान प्रत्याशी अनिल कटारा सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।नामांकन के साथ ही बदामीलाल ने कहा कि युवाओं ने जो सपने देखे थे, वो तो कहीं गुम हो गए। आरक्षण का विशेष मुद्दा था। जो राजनीति की भेंट चढ़ गया। कई लोग समाज के नाम पर विधायक, सांसद, प्रधान, पंसस, जिसस, सरपंच बन गए। समाज के नाम पर राजनीति ही हो रही हैं।