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Dungarpur BZ फाइनेंस कंपनी का जिला ऑफिस 8 दिन के लिए बंद, जाँच जारी

 
Dungarpur BZ फाइनेंस कंपनी का जिला ऑफिस 8 दिन के लिए बंद, जाँच जारी 

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर गुजरात के मोडासा और हिम्मतनगर में 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला कर रफू-चक्कर हुई बीजेड फाइनेंस कंपनी का डूंगरपुर ऑफिस भी बंद पड़ा है। शहर के बिछीवाड़ा रोड पर सिंटेक्स के सामने स्थित ऑफिस पर 8 दिनों से ताले लटके हैं। वहीं, ऑफिस का बोर्ड भी रात के समय अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया। लोगों को बड़ा मुनाफा देने के नाम पर उनके साथ ठगी हुई है। हालांकि डूंगरपुर में ठगी के शिकार हुए लोग अब तक सामने नहीं आए है और नहीं कोई रिपोर्ट दी गई है, लेकिन गुजरात के सीआईडी ब्रांच की टीम मामले की जांच कर रही है।

डूंगरपुर के पड़ोसी राज्य गुजरात के अरवल्ली, साबरकांठा समेत 7 जिलों में 6000 करोड़ रुपए का घोटाला करने वाली बीजेड फाइनेंस सर्विस के डूंगरपुर में भी ऑफिस है, लेकिन ये ऑफिस पिछले 8 दिनों से बंद है। शहर के सिंटेक्स के सामने ही एक कॉम्प्लेक्स में ऊपरी मंजिल पर एक दुकान में बीजेड़ फाइनेंस का ऑफिस चल रहा था। जहां पर लोगो को जमा राशि पर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर झांसे में लेकर लोगों से इन्वेस्ट करवाते थे। लोगों ने बताया कि डूंगरपुर में ये ऑफिस 7 महीने पहले ही खुला था और कई लोग मोटा मुनाफा कमाने के लालच में आकर इनमें अपना जमा इन्वेस्ट करते थे, लेकिन 10 दिनों से ऑफिस के शटर पर ताले लटके हैं। लोगों ने ये भी बताया कि कंपनी में कोई 2 कर्मचारी आते जाते रहते थे, लेकिन उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।

बोर्ड तोड़ा, 8 मिनट बाद सामान लेकर गए

कंपनी का ऑफिस 8 दिनों से बंद है। शुक्रवार रात करीब 10.31 बजे बाद एक गाड़ी से 2 युवक आए। गाड़ी की लाइट बंद की। इसके बाद दोनों गाड़ी से उतरे ऑफिस जाने की सीढ़ियों पर चढ़ते हुए सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रहे है। इसके बाद बोर्ड तोड़ा और फिर हाथों में कुछ कागज ओर सामान लेकर वापस उतरते दिखाई दे रहे है। इसके बाद साइड में खड़ी पिकअप गाड़ी में बैठकर बिछीवाड़ा की ओर चले जाते है।

डूंगरपुर में शिकार लोगों के सामने आने के बाद पता लगेगा कितना पैसा डूबा

डूंगरपुर में ऑफिस खुलने के बाद कई लोग मोटा मुनाफा कमाने के लिए अपना पैसा इन्वेस्ट किया है, लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति की ओर से कोई रिपोर्ट या शिकायत नहीं की गई है। ऐसे में कितने लोग कंपनी के शिकार हुए ओर उनका कितना पैसा डूबा इसका पता नहीं चल सका है, लेकिन गुजरात के अहमदाबाद सीआईडी की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। इसके बाद डूंगरपुर में इस जालसाजी का शिकार हुए लोगों का भी पता चल सकेगा।