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Dungarpur मार्च तक काम पूरा कर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलाने का लक्ष्य

 
Dungarpur  मार्च तक काम पूरा कर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलाने का लक्ष्य

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर उदयपुर-हिम्मतनगर वाया डूंगरपुर 210 किमी रेल लाइन विद्युतीकरण परियोजना में उदयपुर से डूंगरपुर तक 100 किमी मुख्य लाइन पर विद्युतीकरण पूरा हो चुका है, जिस पर ट्रेन दौड़नी है। सोमवार को सीआरएस आरके शर्मा असरवा-जयपुर एक्सप्रेस से जुड़े विशेष सैलून से डूंगरपुर आएंगे, जो सुबह 10 बजे डूंगरपुर स्टेशन पहुंचेंगे. यहां से डूंगरपुर से उदयपुर के बीच विशेष सैलून से सामान्य निरीक्षण किया जाएगा, जिसे विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण कहा जाता है. इस दौरान वह अपनी टीम के साथ विद्युतीकरण समेत अन्य कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे. इस महीने के अंत तक या जनवरी में उदयपुर से डूंगरपुर तक इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन चलाने की अनुमति मिल जाएगी. लेकिन ये ट्रेनें काम पूरा होने के बाद ही डूंगरपुर से असरवा अहमदाबाद स्टेशन तक चलेंगी, क्योंकि अधूरे काम के कारण इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें उदयपुर से डूंगरपुर आने के बाद आगे नहीं बढ़ पाएंगी.

डूंगरपुर से असारवा के बीच विद्युतीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है. डूंगरपुर से हिम्मतनगर तक 100 किमी और हिम्मतनगर से असरवा तक करीब 90 किमी लंबे इन रेल खंडों पर काफी हद तक काम पूरा हो चुका है. मार्च 2024 तक उदयपुर से असारवा तक पूरे 299 किलोमीटर रेलखंड पर काम पूरा कर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलाने का लक्ष्य रखा गया है. उदयपुर से हिम्मतनगर तक 210 किमी मीटर से ब्रॉडगेज परिवर्तन की परियोजना वर्ष 2022 में पूरी होगी। इस परियोजना का विद्युतीकरण कार्य किया जा रहा है। जिसमें डूंगरपुर से उदयपुर तक 110 किलोमीटर की मुख्य लाइन, जिस पर ट्रेनों की आवाजाही होनी है, का काम पूरा हो चुका है. सीआरएस आरके शर्मा इस लाइन पर सामान्य निरीक्षण करेंगे। अब डूंगरपुर से हिम्मतनगर स्टेशन तक 100 किमी लाइन की प्रगति पर नजर डालें तो इसका भी 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है.