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Dungarpur वसुंधरा, प्रियंका की नजर जेडीयू के वोट बैंक पर, 17 को प्रियंका गांधी का दौरा

 
Dungarpur वसुंधरा, प्रियंका की नजर जेडीयू के वोट बैंक पर, 17 को प्रियंका गांधी का दौरा

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर 16 नवंबर को पहली सभा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अवशेषों के लिए होगी. अगले दिन 17 नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय पत्रिका प्रियंका गांधी की बैठक होने वाली है और फिर 22 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक होने वाली है. चुनाव को लेकर 25 तारीख को मतदान होना है. वोटिंग में 10 दिन बचे हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक में दोनों ने वोट बैंक को शिफ्ट करने की कोशिश की. 16 नवंबर को पहली सभा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अवशेषों के लिए होगी. अगले दिन 17 नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय पत्रिका प्रियंका गांधी की बैठक होने वाली है और फिर 22 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक होने वाली है. इन सभाओं के जरिए बीजेपी और कांग्रेस वागड़ और मेवाड़ की 19 विधानसभाओं पर जीत हासिल करने की कोशिश करेंगी.

चुनाव नामांकन के बाद बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के दौरे बढ़ जाएंगे. भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को आसपुर और डूंगरपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए दोवड़ा में दर्शाया गया है। उनके दौरे को लेकर बीजेपी ने आंशिक तौर पर शुरुआत कर दी है. आसपुर विधानसभा सीट फिलहाल बीजेपी के पास है, जबकि डूंगरपुर विधानसभा सीट कांग्रेस नेता के पास है. इससे पहले 2013 में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी. इस सीट पर बीजेपी एक बार फिर अपनी बात रखने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस राष्ट्रीय पत्रिका गांधी गाथा पशुधन में नक्षत्र नक्षत्र का विवरण। प्रियंका गांधी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी रहेंगे. डूंगरपुर के 4 विधानसभा क्षेत्रों में फिलहाल कांग्रेस का एकमात्र विधायक डूंगरपुर से है. कांग्रेस के अब्बास समुदाय का वोट बैंक अब बीटीपी और बीपी में शिफ्ट हो गया है. ऐसे में प्रियंका गांधी एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के सामने आई हैं और एक बार फिर से जेडीयू वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. इसके बाद 22 नवंबर को सागा वेव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा भी प्रस्तावित है, हालांकि अभी उनका अंतिम कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन बीजेपी कांग्रेस की सभा की जगह पर पार्टी की सभा की तैयारी कर रही है. मोदी डूंगरपुर की 4, व्हो बांस की 5, सहायक जिले की 2 और यूके जिले की 8 विधानसभाएं जीतने की कोशिश करेंगे.

वागड़ और मेवाड़ में बड़ी जीत हासिल करने वाली पार्टी की राज्य में सरकार बनी रहती है. यह भी एक बड़ी वजह है कि वागड़ में वसुंधरा राजे, प्रियंका गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी सभाएं हो रही हैं. डूंगरपुर की 4 विधानसभा सीटों में से बीजेपी और कांग्रेस के पास सिर्फ एक-एक सीट है, जबकि 2018 के चुनाव में पहली बार भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने चौरासी और सागा विधानसभा सीट जीतकर सभी को चौंका दिया था. इस बीटीपी के साथ-साथ एक अलग ब्रेकर बीपी भी बनाया गया था। भी मैदान में है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच बीटीपी और बीजेपी से भी बड़ी चुनौतियां सामने आ रही हैं.