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धौलपुर जिले में ACB के जान में फंसे समाज कल्याण विभाग के 2 कर्मचारी, स्कूटी देने के लिए मांगई थी इतनी तगड़ी घूस

 
धौलपुर जिले में ACB के जान में फंसे समाज कल्याण विभाग के 2 कर्मचारी, स्कूटी देने के लिए मांगई थी इतनी तगड़ी घूस 

धौलपुर न्यूज़ डेस्क - राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। मंगलवार को एसीबी ने प्रदेश के कई जिलों में रिश्वतखोरी के खिलाफ कार्रवाई की है। बीकानेर में शिक्षा अधिकारी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। वहीं, टोंक जिले में एसीबी ने उप पंजीयक कार्यालय के वरिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बीकानेर और टोंक में ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद धौलपुर में भी एसीबी की कार्रवाई हुई है। यहां समाज कल्याण विभाग के बाबू ने दिव्यांग से निशुल्क स्कूटी देने के लिए रिश्वत मांगी थी।

स्कूटी के कागजात के लिए मांगी रिश्वत
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री स्कूटी वितरण योजना के तहत एक दिव्यांग को स्कूटी दी गई थी. जिस पर दिव्यांग से स्कूटी के कागजात देने के लिए रिश्वत मांगी गई थी. समाज कल्याण विभाग का बाबू पिछले कई दिनों से दिव्यांग को रिश्वत के लिए परेशान कर रहा था. जिसके बाद दिव्यांग ने एसीबी टीम से समाज कल्याण विभाग के दोनों बाबुओं अभिषेक शर्मा और शैलेंद्र सिंह द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की।

रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
रिश्वत मांगने का भौतिक सत्यापन करने के बाद एसीबी की टीम समाज कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंची और दोनों लिपिकों को 1500 रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल एसपी ने बताया कि मुख्यमंत्री निशुल्क स्कूटी योजना के तहत दिव्यांग को स्कूटी दी गई थी। स्कूटी मिलने के बाद दिव्यांग कई दिनों से समाज कल्याण कार्यालय के चक्कर काट रहा था। दोनों लिपिकों द्वारा स्कूटी के कागजात नहीं दिए जा रहे थे।

डायरी के अंदर मिले 7500 रुपये
वे दिव्यांग को रिश्वत के लिए परेशान कर रहे थे। मंगलवार को एसीबी की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से समाज कल्याण कार्यालय पहुंचकर जाल बिछाया और दोनों लिपिकों को रिश्वत की रकम लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल एसपी ने बताया कि एक डायरी के अंदर से अतिरिक्त 7500 रुपये बरामद किए गए हैं। जिसके संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।