Dholpur में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, महिलाओं ने कलश तथा बैंड बाजों के साथ निकाली भव्य कलश यात्रा

धौलपुर न्यूज़ डेस्क,क्षेत्र के ग्राम रत्न का पुरा में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। इस मौके पर कलश व बैंड बाजे के साथ महिलाओं द्वारा भव्य कलश यात्रा निकाली गई। पूरे गांव में कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा का स्वागत किया। कलश यात्रा के बाद पूरे विधि-विधान से व्यास गद्दी का पूजन किया गया।
तत्पश्चात भागवत कथा के पहले दिन कथावाचक हरिओम शास्त्री ने भक्तों को भक्ति महारानी और धुंधकारी तथा आत्मदेव की कथा का श्रवण कराया। इस दौरान भागवताचार्य हरिओम शास्त्री लालपुर वाले ने भक्तों को कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य 33 करोड़ जन्मों के बाद मनुष्य का रूप धारण करता है। मानव शरीर सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि यह भगवान की भक्ति के माध्यम से मोक्ष प्राप्त कर सकता है।
सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य के जीवन को चार भागों में बांटा गया है। बाला आश्रम, कर्म आश्रम, वृद्ध आश्रम बाल प्रस्तुति आश्रम हैं। मानव जीवन में इन चारों आश्रमों का बहुत महत्व है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण आश्रम बाल आश्रम या गुरुकुल आश्रम है। जिससे मानव जीवन का आधार लेखा-जोखा तैयार होता है। इस काल में मनुष्य ज्ञानार्जन के साथ-साथ चरित्र का निर्माण करता है।