डूब गया पुराना चंबल ब्रिज? खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा जलस्तर, प्रशासन ने 60 गांवों में जैर किया हाई अलर्ट
राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब चंबल नदी पर साफ दिखाई देने लगा है। नवनेरा बैराज से करीब 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। बुधवार सुबह तक नदी का जलस्तर 139 मीटर के आसपास पहुँच गया, जबकि खतरे का निशान 131.79 मीटर है। इससे धौलपुर शहर का पुराना चंबल पुल डूबने की आशंका है।
60 से ज्यादा गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
चंबल के बढ़ते प्रवाह के कारण जिले के 60 से ज्यादा गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चंबल का पानी कई गांवों में घुस गया है, खासकर सरमथुरा और राजाखेड़ा उपखंड क्षेत्र में। राजाखेड़ा में 24 गांव ऐसे हैं, जो नदी के बेहद करीब बसे हैं। इन इलाकों में स्थिति गंभीर होती जा रही है।
4 गांवों में अलर्ट जारी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी.टी. ने नागरिक सुरक्षा दल के साथ राजाखेड़ा क्षेत्र का दौरा किया। उधर, धौलपुर शहर की सीमा से लगे चार गाँवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। ग्रामीणों को नदी किनारे न जाने की सख्त हिदायत दी गई है और लगातार निगरानी की जा रही है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और आपदा प्रबंधन टीमों को भी अलर्ट कर दिया है। जिन गाँवों में चंबल का पानी घुसने लगा है, वहाँ लोगों को ऊँचे स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। वर्षों से शहर की जीवन रेखा रहा पुराना चंबल पुल अगर डूब गया तो यातायात बाधित हो सकता है।
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत नजदीकी प्रशासनिक कार्यालय या नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें। जलस्तर में और वृद्धि की संभावना है, इसलिए अगले 24 घंटे बेहद संवेदनशील माने जा रहे हैं।
