Lalsot Murder Case: 40 गांवों की महापंचायत में खुला राज, हत्या की यह वजह कर देगी हैरान

धौलपुर न्यूज़ डेस्क - रालावास गांव के परिसर में एक संस्था द्वारा संचालित लाइब्रेरी में युवक की हत्या के मामले में एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी दो फरार आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इस मामले में तीन सगे भाइयों के खिलाफ हत्या का नामजद मामला दर्ज किया गया था। जिसमें से पुलिस अभी तक सिर्फ एक आरोपी को ही गिरफ्तार कर पाई है। उधर, इस मामले को लेकर रालावास गांव के गणेश मंदिर में मंगलवार को आयोजित पचवारा क्षेत्र के 40 गांवों के सर्व समाज की महापंचायत रात करीब नौ बजे तक चली।
महापंचायत के संचालन के लिए ग्रामीणों द्वारा नियुक्त सचिव रामभजन राहुवास ने बताया कि घटना के दौरान लाइब्रेरी में मौजूद दो महिलाओं सहित कुल 18 युवकों के बयान लेकर जानकारी हासिल की गई। इधर, थानाधिकारी रामशरण गुर्जर ने बताया कि दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार जुटी हुई हैं। उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। ग्रामीणों द्वारा आयोजित महापंचायत की जानकारी मिली है। उसमें लाइब्रेरी में मौजूद अन्य युवकों से पूछताछ कर घटना के बारे में संतुष्टि प्राप्त की गई है।
सरपंच प्रतिनिधि बद्रीलाल मीना ने बताया कि पुलिस ने घटना की जांच के बाद पुस्तकालय की चाबियां ग्राम पंचायत को सौंप दी। इसके बाद से पुस्तकालय बंद पड़ा है। गौरतलब है कि 12 मार्च को रंग लगाने को लेकर हुए झगड़े में हंसराज मीना की मौत हो गई थी। इसके बाद ग्रामीणों ने उसका शव हाईवे पर रखकर कई घंटों तक प्रदर्शन किया था, वहीं मृतक के परिजनों ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया था।