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Dholpur विद्यालय में डिजिटल कक्षाओं से लेकर संसाधनों को बढ़ाया

 
Dholpur विद्यालय में डिजिटल कक्षाओं से लेकर संसाधनों को बढ़ाया
धौलपुर न्यूज़ डेस्क, धौलपुर जिले के सरकारी स्कूलों में संसाधनों को लेकर अब शिक्षकों में भी अलख जगी है। शिक्षक विद्यालय के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ-साथ खुद का भी भविष्य सुनहरा कर रहे हैं।जिससे वह भी एक उड़ान भर सकें। इस बार पांच सितम्बर को शिक्षक दिवस पर दो शिक्षकों को शील्ड से नवाजा जाएगा। इन शिक्षकों ने विद्यालय में नामांकन से लेकर व्यवस्थाओं को बदल दिया है सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को सरकार सम्मानित करने लगी है। तो शिक्षकों का उत्साह भी बढ़ने लगा है। पहले एक शिक्षकों को सम्मानित किया जाता था। लेकिन अब सरकार ने तीन चरणों में सम्मानित करने की प्रक्रिया शुरू की है। अब सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से पांचवी तक प्रथम चरणा व पांच से आठवीं तक द्वितीय चरण और नौवीं से लेकर 12वीं तक तृतीय चरण में एक-एक शिक्षक को सम्मानित किया जाता है। इसमें वह शिक्षक शामिल होते है, जिन्होंने विद्यालय में बच्चों के साथ सुविधाओं का कायाकल्प बदल दिया हो। ऐसे ही दो शिक्षक इस बार शिक्षक दिवस 2024 में चुने गए है। जिसमें अतुल चौहान और गौरव शर्मा को इस बार सम्मानित करने के लिए चुना गया है।

सुविधाओं में हुई डिजिटल पढ़ाई

क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विपरपुर में 750 बच्चों का नामांकन कर दिया। इसके साथ ही विद्यालय में बच्चों के लिए पार्क, आईसीटी लैब, फिजिक्स लैब, स्मार्ट क्लास के दो कक्ष और विद्यालय में हरियाली के लिए 650 से अधिक पौधे लगा दिए है। जिससे विद्यालय का वातावरण शानदार नजर आता है। वहीं राजाखेड़ा क्षेत्र में दान में संचालित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय वैसे तो बीहड़ में चल रहा है। जहां पर बच्चे पढ़ने भी नहीं आते थे। लेकिन विद्यालय के स्टाफ ने पहल करके यहां पर नामांकन बढ़ाया है। अब विद्यालय में 151 बच्चे पढ़ रहे है। इसके साथ ही विद्यालय में पांच लाख से अधिक के विकास कार्य हुए है।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय विपरपुर में कार्यरत उप प्राचार्य एवं भौतिक विज्ञान विशेषज्ञ अतुल चौहान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विद्यार्थियों को सीखने के अवसर उपलब्ध कराने एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिए किए इनको चुना गया है। उन्होंने शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल, निर्देशिकाओं, सीनियर सेकेंडरी भौतिक विज्ञान पाठ्यपुस्तक, संदर्शिकाओं, कार्य पुस्तिकाओंए प्रश्न बैंक आदि का लेखन कार्य किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कई क्षेत्र में अपनी सहभागिता दी है। इन्होंने आधुनिक शैक्षिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर स्मार्ट क्लासरूम में स्वयं के शैक्षिक वीडियो का निर्माण, एक भारत श्रेष्ठ भारत से भाषा संगम कार्यक्रम में शामिल रहे। इसके साथ ही अन्य स्थानों पर अपनी भूमिका निभाई है।