Dholpur फर्जी मार्कशीट से डाकघर में नौकरी के लिए चयनित 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
धौलपुर न्यूज़ डेस्क, डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे थे। जिसमें कुछ युवाओं को डाक विभाग में उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड की फर्जी मार्कशीट लगाकर धौलपुर डाक विभाग में चयन हो गया था। डाक विभाग ने इन अभ्यर्थियों के शत प्रतिशत अंक की मार्कशीट डाक विभाग के सत्यापन कराने पर फर्जी साबित हुई। प्रकरण में विभाग मुकदमा दर्ज कराने से बच रहा था। जिस पर डाक विभाग प्रशासन को आखिरकार मुकदमा दर्ज कराना पड़ा। शहर की कोतवाली में 4 जनवरी को 14 चयनितों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। फर्जीवाड़े का खुलासा 27 मई 2023 को खबर प्रकाशित कर किया था। थाना प्रभारी रामकिशन यादव ने बताया कि उक्त मामले में धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
बता दें कि धौलपुर मंडल में 61 युवाओं में से 58 युवाओं के फर्जी कागजात के जरिए नौकरी हासिल करने की थी। सभी का ग्रामीण डाक सेवक के पद पर चयन हुआ था। लेकिन इनकी विभाग ने ज्वाइनिंग पर रोक लगा दी थी। खबरों के बाद डाक विभाग ने धौलपुर डिवीजन में चयनित हुए 14 आवेदकों पर धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज कराया। वहीं अन्य डिवीजन में चयनित हुए अभ्यर्थियों पर जल्द ही मुकदमा विभाग दर्ज कराएगा। निरीक्षक डाकघर के विष्णु सोनी ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि डाकघर ग्रामीण डाक सेवा को बेहतर बनाने के लिए विभाग ने भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे। इसमें किसी भी राज्य के रहने वाले अभ्यर्थियों को आवेदन करने की छूट थी। जिसके लिए धौलपुर मंडल में 61 पद पर चयन प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब दस्तावेजों का सत्यापन बोर्ड से शुरू किया गया तो 58 लोगों के दस्तावेज फर्जी पाए गए। चयन के बाद आवेदनकर्ताओं के सभी शैक्षणिक दस्तावेज संबंधित संस्था में जांच के लिए भेजे जाते हैं। इसमें से इन अभ्यर्थियों की मार्कशीट उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड, रामाशि बोर्ड, तमिलनाडू बोर्ड, हरियाणा बोर्ड से फर्जी बनावाकर नौकरी में चयनित हुए थे।\
58 अभ्यर्थियों ने सरकारी नौकरी प्राप्त करने की चाह में फर्जीवाड़ा तो कर लिया, लेकिन उनकी दाल नहीं गली, अब इन अभ्यर्थियों को मुकदमे का सामना करना पड़ेगा। सरकारी नौकरी की चाह में अभ्यर्थियों ने जो गड़बड़ी की है। इससे योग्य अभ्यर्थी भी सरकारी नौकरी प्राप्त करने से वंचित रह गए और उनकी गड़बड़ी का भी खुलासा हो गया। 10वीं की मार्कशीट में किए गए इस फर्जीवाड़े को लेकर डाक विभाग ने जो मुकदमा कोतवाली थाने में दर्ज करवाया है। जिसमें भीकम सिंह पुत्र बदन सिंह निवासी जगनेर आगरा, शंकर सिंह पुत्र भंवर सिंह निवासी विधूरीपुरा जसूपुरा धौलपुर, गुड्डु कुमार पुत्र रामजीलाल निवासी पथरौरा धौलपुर, अनिल तिवारी पुत्र प्रेमशंकर तिवारी निवासी रनछोरपुरा धौलपुर, लोकेश कुमार पुत्र रामदत्त सिंह निवासी इरादत नगर आगरा, रनसिंह पुत्र मेम सिंह निवासी नसीलपुर धौलपुर, उदय सिंह पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी सोलहखंभा धौलपुर, नीरज कुमार पुत्र रामेश्वर निवासी पथरौरा धौलपुर, रविन्द्र पुत्र बनवरी लाल निवासी मरहोली धौलपुर, प्रवीण कुमार पुत्र राजेश कुमार निवासी रनछोरपुरा धौलपुर, पवन तिवारी पुत्र प्रेमशंकर तिवारी निवासी रनछोरपुरा धौलपुर, अजय राजपूत पुत्र बच्चू सिंह निवासी जाटौली धौलपुर, महावीर सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी घोसी जिला पाली राजस्थान, नवनीत पुत्र जगवीर निवासी महेन्द्रगढ़ हरियाणा के खिलाफ मामला दर्ज कराया।