Aapka Rajasthan

चंबल नदी उफान पर! धौलपुर में 24 गांव जलमग्न हालात बेकाबू होते ही बुलानी पड़ी सेना, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

 
चंबल नदी उफान पर! धौलपुर में 24 गांव जलमग्न हालात बेकाबू होते ही बुलानी पड़ी सेना, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

कोटा संभाग में भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के बाद चंबल नदी का जलस्तर 142.62 मीटर तक पहुँच गया। यह खतरे के निशान से 11 मीटर ऊपर है। इससे धौलपुर के दो दर्जन से ज़्यादा गाँवों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए। गाँवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया। कई घर पानी में डूब गए। कुल 24 गाँवों की लगभग 2500 आबादी को स्कूल, आँगनवाड़ी समेत ऊँचे स्थानों पर ठहराया गया। राजाखेड़ा उपखंड सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ। वहीं, बाढ़ के हालात को देखते हुए ज़िला प्रशासन ने सेना बुला ली है।

नदियाँ उफान पर

हाड़ौती संभाग में कालीसिंध, पार्वती, परवन, खटफड़, बारनी, बाणगंगा समेत सभी नदियाँ उफान पर हैं। इससे श्योपुर, झालावाड़, गुना आदि के रास्ते अवरुद्ध हो गए। बूंदी ज़िले में लाखेरी के पास मेज नदी की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। बारां ज़िले के छबड़ा के गुगोर किले की दीवार का एक हिस्सा ढह गया।

शेखावाटी-बीकानेर संभाग में अलर्ट

मौसम केंद्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान पर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से जयपुर संभाग और बीकानेर संभाग के शेखावाटी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी-बहुत भारी बारिश और अजमेर, कोटा, भरतपुर संभाग में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। 2 अगस्त को राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना है।

ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया

धौलपुर एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा कर्मियों ने राजाखेड़ा, धौलपुर और बाड़ी उपखंड के प्रभावित गाँवों में बचाव अभियान चलाया और फँसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।