Dholpur मार्च क्लोजिंग पर बैंकों ने निपटाया अपना पुराना हिसाब
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धौलपुर न्यूज़ डेस्क, धौलपुर हर साल वित्तीय लेनदेन का हिसाब-किताब एक अप्रेल से पुन: शुरू होता है। इसके चलते अप्रेल की पहली तारीख में मार्च क्लोंजिंग के चलते बैंकों में उपभोक्ताओं के लिए काम काज बंद रहता है। इसकी वजह इस दिन बैंकिंग क्षेत्र का देशभर में सर्वर ऑफ रहता है और यह सर्वर रात 12 बजे बाद दो अप्रेल को शुरू हो जाता है। इस दौरान बैंक प्रशासन अपने पुराने वित्तीय वर्ष के लेनदेन और खातों का निपटारा करता है। इसके चलते सोमवार को बैंक शाखाएं बंद रही। कई ग्राहकों को जानकारी नहीं होने पर वह बैंक पहुंचे तो उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।
एक-एक एंट्री का रात 12 तक होता है हिसाब
बता दें कि पुराने वित्तीय वर्ष के समाप्त होने से पहले बैंकिंग सेक्टर अपनी शाखाओं के पेडिंग पड़े कार्यों को निपटाता है। इसमें लेनदेन, दिया ऋण, आय और व्यय का हिसाब किताब शामिल होता है। या कहें तो एक-एक एंट्री का हिसाब बैंक प्रशासन को एक अप्रेल की रात 12 तक अपलोड करना होता है। इसके बाद रात में ही बंद सर्वर पुन: शुरू होने के साथ ही न वित्तीय वर्ष का लेनदेन भी शुरू हो जाता है।
करोड़ों का लेनदेन होता है प्रभावित
मार्च क्लोजिंग के चलते बैंक के जरिए लेनदेन, आरटीजीएस और चेक क्लीरेंस का कार्य बंद रहता है। सर्वर बंद होने से यह कार्य नहीं हो पाता है। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग इस दौरान बनी रहती है। इस वजह से मार्च क्लोजिंग के पहले दिन करोड़ों रुपए का लेनदेन प्रभावित रहता है। देशभर में यह आंकड़ा बड़े स्तर पर पहुंच जाता है। इससे पहले बैंक प्रशासन ने 31 मार्च को भी काम निपटाया। उस दिन जिला कोष कार्यालय में भी कार्य हुआ।