Dausa मनरेगा में मजदूरी का समय बदलने की मांग से नाराज महिला प्रखंड, सौंपा ज्ञापन

दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत काम में लगी महिलाओं ने बुधवार सुबह आधे घंटे के लिए गुप्तेश्वर चौराहा पर जमा राशि जमा की। महिला कर्मियों ने कहा कि काम पर आने के बावजूद मैट ने खुद को अनुपस्थित कर लिया था। सूचना पर केतवाल लालसिंह यादव, तहसीलदार शिवदयाल शर्मा व नप के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ संतराम मीणा भी पहुंचे। समझाइश के बाद पुलिस ने महिलाओं को सड़क से हटाया और आधे घंटे बाद रास्ता खुलवाया। इससे वाहनों की कतार लग गई और जयपुर जाने वाले वाहन बाइपास मार्ग से होकर गुजरे। नगर परिषद और पुलिस अधिकारियों ने बातचीत के लिए महिलाओं को संस्कृत कॉलेज बुलाया। जहां महिलाओं ने कहा कि हम लोग सुबह छह बजे नहीं आ सकते। समय 9 बजे करना चाहिए। अन्य अधिकारियों ने कहा कि हम समय नहीं बदल सकते। सरकार ने ही पूरे प्रदेश में सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया है।
कमिश्नर विश्वामित्र मीणा ने महिलाओं से कहा कि काम कराएं, आगे कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद महिलाएं लेट गईं। गुप्तेश्वर मंदिर के उस तहखाने में खुदाई का काम चल रहा है, जहां नगरीय योजना के तहत 300 महिलाएं काम कर रही हैं. सचिव महेंद्र गुर्जर ने बताया कि महिला कर्मचारी सुबह 8 बजे काम पर पहुंच जाती हैं, जबकि काम शुरू होने का समय सुबह 6 बजे से है. ऐसे में सुबह 7 बजे पहुंचे मैट ने महिलाओं पर गैर-जागरूकता का आरोप लगाया. इससे नाराज होकर महिलाएं एक किलोमीटर पैदल चलकर गुप्तेश्वर सर्किल पर सभा करने चली गईं। समझाइश के बाद पुलिस ने आधे घंटे में रास्ता खुलवाया। फिर चर्चा के लिए महिलाओं को पास के संस्कृत कॉलेज में बुलाया गया। अधिकारियों ने महिला कर्मियों की बात सुनी और कहा कि समय घटाना या बदलना हमारे हाथ में नहीं है.
इससे कई महिलाएं फिर नाराज हो गईं और कहा कि सुबह छह बजे काम पर आने वाला कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं है। करीब एक घंटे तक चले कार्यक्रम के बाद सुबह करीब 10:30 बजे महिलाएं फिर काम पर चली गईं। सचिव महेंद्र गुर्जर ने बताया कि महिला मजदूर सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक काम करना चाहती हैं, जबकि राज्य सरकार का आदेश है कि उन्हें सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक काम करना है.