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राजस्थान के इस निर्माणाधीन बांध से बुझेगी Dausa के 1079 गांवों की प्यास, जल संसाधन विभाग ने कहा 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण

 
राजस्थान के इस निर्माणाधीन बांध से बुझेगी Dausa के 1079 गांवों की प्यास, जल संसाधन विभाग ने कहा 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण 

पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सवाई माधोपुर एवं दौसा जिले में पेयजल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण ईसरदा बांध का निर्माण कार्य मिशन मोड पर किया जा रहा है। बांध निर्माण का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। बांध के पीपों एवं गेटों का कार्य पूर्ण हो चुका है। केवल मिट्टी के बांध का आंशिक कार्य शेष है। जल संसाधन विभाग की ओर से निर्माण कार्य जुलाई तक पूर्ण करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे आगामी मानसून के दौरान बांध में पानी संग्रहित हो सकेगा। इसके बाद दौसा जिले के 1079 गांव एवं 5 शहर तथा सवाई माधोपुर के बौंली शहर एवं 177 गांव एवं एक शहर में पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सकेगी।

वर्षा जल का होगा कुशल प्रबंधन
इस परियोजना से न केवल जल संकट का समाधान होगा, बल्कि बीसलपुर बांध के अधिशेष जल एवं बनास नदी के वर्षा जल का कुशल प्रबंधन भी सुनिश्चित होगा। साथ ही ईसरदा बांध से राम जल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के तहत रामगढ़ बांध, बुचारा, चितौली आदि बांधों को पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इससे बांधों के आसपास के क्षेत्रों और जयपुर जिले को भी पानी मिलेगा।

2 चरणों में होगा निर्माण

ईसरदा बांध बीसलपुर बांध के डाउनस्ट्रीम में बनेठा गांव (तहसील उनियारा जिला टोंक) के पास बनास नदी पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण 2 चरणों में किया जाना है। पहले चरण में बांध का निर्माण पूर्ण भराव स्तर आरएल 262 मीटर (भराव क्षमता 10.77 टीएमसी) तक पूरा किया जाएगा। इसमें आरएल 256 मीटर भराव क्षमता (3.24 टीएमसी) तक ही पानी संग्रहित किया जाना है। दूसरे चरण में बांध में पूर्ण भराव क्षमता आरएल 262 मीटर तक पानी संग्रहित किया जाएगा। परियोजना के प्रथम चरण के लिए 1038.65 करोड़ रुपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई, जिससे कार्य प्रगति पर है।

बांध निर्माण कार्य की प्रगति

बांध निर्माण में ओवरफ्लो भाग में स्पिलवे ब्रिज में स्लैब निर्माण कार्य प्रगति पर है। अब तक सभी 28 स्लैब डाली जा चुकी हैं। साथ ही सभी 28 पियर वांछित ऊंचाई तक पूर्ण हो चुके हैं। बांध में सभी 84 गर्डर उतारे जा चुके हैं। 28 ब्लॉक एप्रन के सापेक्ष 22 ब्लॉक एप्रन निर्मित हो चुके हैं। सभी 28 पावर पैक रूम एवं सभी 28 रेडियल गेट निर्मित हो चुके हैं। सभी 56 हाइड्रोलिक सिलेंडर भी स्थापित हो चुके हैं। मिट्टी के बांध का कार्य लगभग 82.08 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मुख्य बांध का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।