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सरकार का बड़ा फैसला! पीएमश्री स्कूलों में अब बाल वाटिका की शुरुआत, बच्चों को मिलेगी निजी स्कूल जैसी सुविधाएं

 
सरकार का बड़ा फैसला! पीएमश्री स्कूलों में अब बाल वाटिका की शुरुआत, बच्चों को मिलेगी निजी स्कूल जैसी सुविधाएं 

निजी स्कूलों की तर्ज पर पीएम श्री सरकारी स्कूलों में बाल वाटिकाएं चलाई जा रही हैं। इन बच्चों में शिक्षा की नींव रखी जाएगी। प्रदेश में दूसरे चरण में 227 पीएम श्री स्कूलों की बाल वाटिकाओं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों के अभिभावक 18 जुलाई तक आवेदन भर सकेंगे। इसके बाद 21 को लॉटरी निकाली जाएगी। 23 जुलाई से नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी की कक्षाएं शुरू होंगी। प्रदेश में पहले चरण में 402 पीएम श्री स्कूलों में पहले से ही बाल वाटिकाएं (प्री-प्राइमरी कक्षाएं) चलाई जा रही हैं। जिले में कुल 16 पीएम श्री स्कूलों में बाल वाटिकाएं हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार आवेदन के बाद 19 और 20 जुलाई को स्कूलों में सूची का सत्यापन किया जाएगा। निर्धारित 25 सीटों से अधिक आवेदन मिलने पर 21 जुलाई को लॉटरी प्रक्रिया होगी। चयनित विद्यार्थियों की सूची 22 जुलाई को चस्पा कर दी जाएगी।

एनटीटी शिक्षक और सहायक कर्मचारी नियुक्त होंगे

पीएम श्री विद्यालयों में तीन वर्षीय प्री-प्राइमरी बाल वाटिका कक्षाओं के संचालन के लिए एक शिक्षक और सहायक कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी। दोनों की सेवाएँ प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से ली जाएँगी। इस संबंध में, प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर समसा ने नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बाल वाटिका शिक्षक को 11 हज़ार रुपये और सहायक कर्मचारी को 6 हज़ार रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। यह मानदेय दोनों को 10 महीने तक दिया जाएगा। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद बजट जारी करेगी।

दस्तावेजों का अलग से संधारण किया जाएगा

इन कक्षाओं से जुड़े बच्चों के लिए अलग से प्रवेश रजिस्टर, स्वास्थ्य रजिस्टर, पोर्टफोलियो, शिक्षक डायरी और अन्य दस्तावेज रखे जाएँगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि समय-समय पर परिस्थिति के अनुसार दिशा-निर्देशों में बदलाव संभव है। प्रवेश प्रक्रिया की निगरानी की मुख्य जिम्मेदारी जिले के प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी निभाएँगे, जबकि माध्यमिक शिक्षा के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (शैक्षिक) को नोडल अधिकारी बनाया गया है। पीएम श्री योजना के तहत, केंद्र सरकार देश भर के सरकारी स्कूलों का चयन कर उन्हें आदर्श स्वरूप प्रदान कर रही है। नई शिक्षा नीति के अनुसार, इन स्कूलों में शैक्षणिक शिक्षा के साथ-साथ 21वीं सदी के कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा, खेलकूद, कला आदि पर भी ज़ोर दिया जा रहा है। स्मार्ट क्लासरूम, ई-लर्निंग मॉड्यूल, वर्चुअल लैब जैसी सुविधाओं के साथ, पर्यावरण संरक्षण और पारिवारिक एवं सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।

402 स्कूलों से शुरुआत

पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति फिलहाल राज्य के पहले चरण के 402 पीएम श्री स्कूलों में ही की जाएगी। इसके बाद, अगले चरण के स्कूलों में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी।

जिले में इनका चयन किया गया है

जिले में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुढ़ाकटला, संवासा, रामगढ़ पचवारा, छोकरवाड़ा, बहरावंडा, खानवास, अरनिया, रामसिंहपुआ, बालिका महुवा, मंडावरी, रामकरण जोशी दौसा, बीएन जोशी बांदीकुई और अशोक शर्मा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लालसोट में बाल वाटिकाएँ संचालित की जा रही हैं।

उनका कहना है...
प्रधानमंत्री श्री विद्यालयों में प्रथम और द्वितीय चरण में जिले के 16 विद्यालयों में बाल वाटिकाएँ संचालित की जा रही हैं। इनमें से प्रत्येक विद्यालय में एक एनटीटी शिक्षक और एक सहायक शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी।