सचिन पायलट ने पीएम पर बोला तीखा हमला, वायरल विडियो में बोले हर मोर्चे पर सरकार बैकफुट पर नजर आ रही
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा, प्रधानमंत्री पॉडकास्ट बहुत करते हैं, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कभी नहीं। अमेरिका टैरिफ लगा रहा है, ऐसे में आर्थिक हितों की रक्षा भी हमें ही करनी पड़ेगी।

दौसा न्यूज़ डेस्क - पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत सारे पॉडकास्ट करते हैं लेकिन कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते। मणिपुर मत जाइए, चीन हमारे देश की सीमा में घुस रहा है लेकिन इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया जा रहा है। अमेरिका टैरिफ लगा रहा है, ऐसे में आर्थिक हितों की भी रक्षा करनी होगी।
पायलट ने कहा, भाजपा नेता दो इंजन वाली सरकार की बात करते हैं, लेकिन केंद्रीय बजट में राजस्थान का कोई जिक्र नहीं है। यहां भाजपा की सरकार बनी, सांसद जीते लेकिन कुछ नहीं मिला। अगर राजस्थान की अनदेखी की गई तो फिर दो इंजन वाली सरकार का क्या फायदा? अगर वे लोकसभा में 11 सीटें हार गए हैं तो वे अपना गुस्सा जनता पर क्यों निकाल रहे हैं? राज्य सरकार को केन्द्रीय बजट से घोषणाएं करवाने के लिए प्रयास करने चाहिए थे।
जयपुर से करौली के तिघरिया गांव जाते समय पूर्व उपमंत्री ने जीरोता गांव में दौसा सांसद दीनदयाल बैरवा से मुलाकात की। दोपहर करीब 12 बजे पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 12 से 14 माह में सत्ता में असमंजस की स्थिति बनी हुई है, साथ ही विवाद और टकराव भी बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्वयं भी अपनी बात रखी, लेकिन उनके मंत्री और नौकरशाही किस तरह हावी है, यह सर्वविदित है। कांग्रेस पार्टी फिलहाल विपक्ष में है और सरकार से जवाब मांगती रहेगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्रियों को बचाने की कई बार कोशिश की
उन्होंने कहा: विधानसभा सत्र में सरकार का प्रदर्शन सभी ने देखा, विधानसभा अध्यक्ष ने कई बार मंत्रियों को बचाने की कोशिश की, बावजूद इसके सरकार विपक्ष के सवालों का कोई संतोषजनक जवाब देने में विफल रही। इस बीच, अधिकांश मंत्री सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का सबूत के साथ जवाब देने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि सरकार विधानसभा सत्र के लिए तैयार नहीं है और पूरे साल की गई मांगों और घोषणाओं को प्रभावी ढंग से लागू नहीं कर पा रही है।
सरकार हर मुद्दे पर विफल होती दिख रही है
राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल के बारे में पायलट ने कहा, पिछले बजट में सरकार ने चार लाख नौकरियां देने का वादा किया था। उनमें से कितने वे उपलब्ध कराने में सक्षम थे? छात्रों का बैकलॉग हल नहीं हो रहा है, छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है, इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है। राज्य सरकार की इससे बड़ी विफलता और कोई नहीं हो सकती। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार इन मुद्दों पर लगातार विफल हो रही है।
भाजपा सरकार में चल रहा है बड़ा विवाद
उन्होंने कहा कि विधानसभा में व्यंग्यात्मक टिप्पणी करना एक बात है, लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन जिम्मेदारी से नहीं कर पा रही है। इतनी लड़ाई चल रही है, मंत्री सदन में नहीं आ रहे हैं, उन्होंने इस्तीफा दे दिया है, पता नहीं कौन कैबिनेट में है या नहीं। चाहे वह सब-इंस्पेक्टरों की भर्ती हो, दस्तावेजों का लीक होना हो, काम का बोझ हो या कानून-व्यवस्था, सरकार सभी मोर्चों पर पूरी तरह से घाटे में है। ये सारी आवाजें सरकार के भीतर से ही आती हैं। सरकार के भीतर आंतरिक कलह, संघर्ष और तनाव सतह पर आ रहे हैं। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने वादे पूरे करे क्योंकि जनता ने उसे मौका दिया है।
संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे
पायलट ने कहा- कल (रविवार) प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई, जिसमें संगठन विस्तार को लेकर कई निर्णय लिए गए। नए जिलों सहित बड़े जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति का काम चल रहा है, जिससे संगठन को मजबूती मिलेगी। 2025 कांग्रेस के संगठन का वर्ष है। इसके लिए मंगलवार को दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिवों की बैठक होगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने कहा कि अगले 10 महीनों में संगठन को मजबूत करने के लिए चर्चा के माध्यम से रणनीति तैयार की जाएगी। आने वाले दिनों में संगठन को सक्रिय और मजबूत करने के लिए निचले स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक काम किया जाएगा।