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सूरज की गर्मी से राजस्थान की धरती हुई लाल, पहाड़ी इलाके में लगी आग, पेड़-पौधे जलकर राख

 
सूरज की गर्मी से राजस्थान की धरती हुई लाल, पहाड़ी इलाके में लगी आग, पेड़-पौधे जलकर राख

दौसा न्यूज़ डेस्क,  दौसा जिले के गोदावास गांव के जंगलों में बीती देर शाम 6:00 के आसपास अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई इसके बाद लगभग बुधवार सुबह 4:00 बजे के आसपास ग्रामीण के सहयोग से इस आग पर काबू पाया गया. खबर है पहाड़ी पर लगी इस आग में लगभग 10 हैक्टेयर पहाड़ी को जलाकर राख कर दिया. राजस्थान में तापमान बढ़ने के साथ जंगलों में आग लगने की घटनाएं बड़ी मात्रा में सामने आने लगी है.दौसा जिले में  गोदावास गांव की अरावली पर्वत श्रृंखलाओं पर बीती शाम अचानक आग की लपटें देखी गईं, जिसे देखकर आसपास के इलाके के लोग सकते में आ गए.

आग लगभग 10 हेक्टेयर पहाड़ी क्षेत्र को चपेट में लिया

रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार देर शाम 6 बजे के करीब अचानक आग लगने की सुचना आसपास के इलाके में अफरा तफरी मच गई, जिसके चलते लोगों ने राहुवास पुलिस सूचना दी.दौसा डीएफओ अजीत ऊंचई ने बताया कि आग में लगभग 10 हेक्टेयर पहाड़ी क्षेत्र को चपेट में लिया. आग ने पहाडी के निचले हिस्से को प्रभावित करते हुए ऊपर की ओर रुख किया था

आग बुझाने के लिए पहुंचे दमकलकर्मियों को बैंरग लौटना पड़ा

पहाड़ी पर आग की सूचना के बाद राहुवास तहसीलदार महेश चन्द शर्मा भी मौके पहुचे, जहां पहले से ही पुलिस प्रशासन, वन विभाग की टीम पहाड़ी के नीचले क्षेत्र में लगी आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा जुटे थे. वहीं आग बुझाने के लिए दो दमकल आए हुए हैं पर रास्ता नहीं होने के चलते मौके पर नहीं पहुंच पाई. पहाड़ी पर लगी आग को देख कर काफी संख्या में ग्रामीण लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में मदद में जुट गए. लोगों ने आग को बुझाने के हरसंभव प्रयास किया, लेकिन आज लगातार बढ़ रही थी, जिसके चलते लगभग 10 हेक्टेयर इलाका इस आग की चपेट में आ गया 

भीषण इतनी तेज थी कि आग बुझाने पहुंचे लोग नजदीक नहीं जा पाए

पहाडी पर लगी ये भीषण इतनी तेज थी कि आग बुझाने लोग मौके पर नहीं पहुंच पाए. वही मौके पर रामगढ़ पचवारा एसडीएम वर्षा मीणा, राहुवास नाका व लालसोट वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गण मौके पर पहुंचे और लगी आग का जायजा लिया.

पहाड़ क्षेत्र में लगी आग पश्चिम तरफ से चोटी पहुंचकर पूर्व दिशा पहुंची

रात के 10 बजे तक लगी हुई आग पर किसी प्रकार का कोई काबू नहीं पाया जा सका. वहीं, आग पहाड़ के पश्चिम तरफ से लगकर चोटी पर पहुंच कर पूर्व की दिशा की ओर बढ़ती हुई जा रही थी. वहीं, आगजनी में हजारों जीव-जंतु और पेड़ पौधे जलकर मरने का अनुमान है. बताया जा रहा है कि 10 हेक्टेयर भूमि को इस आग ने अपनी चपेट में लिया है, जिसके चलते काफी वन संपदा नष्ट हो गई है. आग लगने के कारणों का अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है. प्रथम दृष्टिया माना जा रहा है कि यह आज किसी चिंगारी की वजह से लगी है जो पहाड़ी के निचले स्तर से शुरू होकर ऊपर तक पहुंच गई.