दौसा में आरती के दौरान पुजारी ने किया पुजारी का मर्डर, वायरल वीडियो में जाने हत्याकांड की पूरी कहानी
दौसा के एक मंदिर में वर्चस्व की लड़ाई में दो पुजारियों के एक-दूसरे पर हमला बोलने का खौफनाक मामला सामने आया है। यहां आरती के समय हुई इस चाकूबाजी में एक पुजारी की मौत हो गई, वहीँ वारदात के बाद आरोपी पुजारी कार लेकर फरार हो गया। हालाँकि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी को मंदिर से 18 किलोमीटर की दूरी पर पकड़ लिया।

दौसा न्यूज़ डेस्क - मंदिर में वर्चस्व की लड़ाई में दो पुजारियों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया। आरती के दौरान हुई इस चाकूबाजी में एक पुजारी की मौत हो गई। उसकी आंतें बाहर आ गईं। घटना के बाद आरोपी पुजारी कार लेकर भाग गया। पुलिस ने आरोपी को मंदिर से 18 किलोमीटर दूर पकड़ लिया। मामला दौसा के लालसोट इलाके का है।
सबसे पहले जानिए शाम को क्या हुआ
एएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया- डीडवाना गांव में बिजली घर के सामने स्थित पंचमुखी बालाजी मंदिर में 21 मार्च की शाम 7 बजे आरती चल रही थी। आरोप है कि इसी दौरान मंदिर के पास रहने वाले दूसरे पुजारी शिवपाल दास (30) ने परशुराम दास महाराज (60) पर चाकू से हमला कर दिया। उसने पेट पर लगातार वार किए, जिससे परशुराम दास की आंतें बाहर आ गईं। वह बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना से पहले आरोपी ने सीसीटीवी से छेड़छाड़ की थी
शिवपाल दास भी घायल हैं। पुलिस का मानना है कि परशुराम दास ने आत्मरक्षा में शिवपाल पर हमला किया होगा। घटना से पहले शिवपाल (आरोपी) ने सीसीटीवी से भी छेड़छाड़ की थी। आशंका है कि उसने परशुराम दास की हत्या की योजना पहले से ही बना रखी थी। बताया जा रहा है कि आरती के दौरान वहां सिर्फ शिवपाल और परशुराम दास ही मौजूद थे। उनके अलावा वहां कोई और नहीं था।
मोबाइल लोकेशन से पकड़ा गया
घटना के बाद शिवपाल कार में सवार होकर सवाई माधोपुर रोड की तरफ भाग गया। उसका मोबाइल चालू था। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर उसे एक घंटे बाद रात 8 बजे बगड़ी टोल के पास से पकड़ लिया। पुलिस ने उसकी कार और मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया है। उसका मेडिकल चेकअप कराया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
आरोपी ने पुलिस को ये बताया...
लालसोट एसएचओ श्रीकृष्ण मीना ने बताया- शिवपाल दास ने पूछताछ में बताया कि शुक्रवार शाम करीब 7 बजे मंदिर में आरती हो रही थी। जब मैं मंदिर गया तो गर्भगृह के पट बंद थे। आरती चल रही थी। मैंने महाराज परशुराम दास से गेट खोलकर आरती करने को कहा। महाराज ने ऐसा करने से मना कर दिया। मैंने चाबी मांगी। पहले तो उन्होंने चाबी देने से मना कर दिया, फिर चाबी दे दी। जैसे ही मैं गेट का ताला खोलने लगा, महाराज ने अपने बैग से चाकू निकाला और पीछे से मेरी गर्दन पर वार कर दिया। मैं जान बचाने के लिए बाहर भागा। बाद में जब मेरी गर्दन से खून निकलने लगा तो मैं आपा खो बैठा। मैं वापस मंदिर पहुंचा। महाराज ने मुझ पर फिर से हमला करने की कोशिश की। मैंने उसी चाकू से उन पर हमला किया और भाग गया।
मंदिर के सामने रह रहा था आरोपी
शिवपाल दास पंचमुखी बालाजी मंदिर के सामने 100 मीटर दूर एक कमरे में रह रहा था। वह 4 महीने पहले यहां आया था। इस घटना से स्थानीय लोग और संत समाज में रोष है। इससे पहले दो स्थानों पर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। थाना क्षेत्र के गांव बिलौना कला और देहलाल के अदज बालाजी मंदिर में पुजारी की हत्या हो चुकी है।
भक्त ने पुलिस को सूचना दी
मंदिर में उनका शव पड़ा था। आंतें बाहर निकली हुई थीं। मंदिर में दर्शन करने आए एक श्रद्धालु ने परशुराम दास का शव देखा और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर एएसपी दिनेश अग्रवाल, डीएसपी दिलीप मीना, लालसोट एसएचओ श्रीकृष्ण मीना बल के साथ मौके पर पहुंचे। मौके से कुल्हाड़ी और चाकू बरामद किया गया। एमओबी और एफएसएल टीम को बुलाया गया। साक्ष्य जुटाने के बाद मंदिर परिसर को सील कर दिया गया। घटना की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी की।
परशुराम दास ने रखी थी मंदिर की नींव
स्थानीय लोगों ने बताया- परशुराम दास ने पंचमुखी बालाजी मंदिर की नींव रखी थी। वे मंदिर में पूजा-अर्चना करते थे। उन्होंने आसपास पेड़-पौधे भी लगाए थे। मंदिर में 12 से 14 अप्रैल तक धार्मिक आयोजन होने थे। गणेश प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और कलश यात्रा निकाली जानी थी।