Dausa सीएम को धमकी देने के मामले में जेल ट्रेनर गिरफ्तार
दौसा न्यूज़ डेस्क, पुलिस ने दौसा (श्यालवास) जेल से सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने के मामले में ट्रेनर राजेंद्र महावर (38) को गिरफ्तार किया है। वह जेल में कैदियों को बिजली के उपकरणों से जुड़े काम सिखाने जाता था। आरोप है कि इसी ट्रेनर ने जेल में बंद दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) के कैदी नीमा उर्फ साजन (30) को सिम पहुंचाया था। नीमा ने इसी सिम से शनिवार रात करीब दो बजे सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस नीमा से पूछताछ कर रही है।
दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राजेंद्र महावर और जेल में बंद कैदी रिंकू एक ही मोहल्ले (महावर, दौसा) के रहने वाले हैं। रिंकू भी पोक्सो के एक मामले में जेल में बंद है। राजेंद्र ने ही नीमा उर्फ साजन को जेल में सिम पहुंचाया है। सिम रिंकू की मां की आईडी से खरीदी गई है। डीआईजी (जेल) मोनिका अग्रवाल ने बताया- नीमा उर्फ साजन काफी समय से दौसा के श्याम नगर में रह रहा था। वर्ष 2016 में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में केस दर्ज हुआ था। कोर्ट ने वर्ष 2019 में नीमा को 10 साल की सजा सुनाई थी। डीजी जेल के आदेश पर 4 अप्रैल को नीमा को जयपुर जेल से दौसा जेल में शिफ्ट किया गया था।
रविवार को जयपुर से दौसा पहुंची पुलिस टीम ने जेल प्रशासन से अनुमति लेकर नीमा से पूछताछ की। इस मामले में पुलिस ने दौसा के पापड़ा थाने में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। डीआईजी (जेल) मोनिका अग्रवाल का कहना है- धमकी के मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जेल में मोबाइल कहां से आए, इसे लेकर नीमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दूसरी रिपोर्ट जेल में मिले 10 मोबाइल को लेकर दर्ज की गई है। दोनों मामलों में पुलिस के साथ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
विशिष्ट जेल में मिले 10 मोबाइल, तीन सस्पेंड डीआईजी (जेल) मोनिका अग्रवाल ने बताया- रविवार सुबह जेल के बंदियों की तलाशी ली गई। इसमें बंदियों के पास से 10 मोबाइल बरामद हुए। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि कैदियों के पास ये फोन कहां से आए।इस मामले में कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा, जेलर बिहारी लाल और हेड गार्ड अवधेश कुमार को रविवार को ही निलंबित कर दिया गया था।