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Dausa जिला चिकित्सालय के फ्रंट में ही बनेंगे इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर, मरीजों को मिलेगी राहत

 
Dausa जिला चिकित्सालय के फ्रंट में ही बनेंगे इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर, मरीजों को मिलेगी राहत
दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग बनाने की जगह फाइनल हाे गई है। दाेनाें बिल्डिंग चिकित्सालय के प्रथम एंट्री गेट के बाईं तरफ बनेगी। दूसरी और 6 मंजिला बिल्डिंग माैजूदा इमरजेंसी के पीछे बनेगी, जिसमें 170 बैड के वार्ड के साथ ओपीडी कक्ष, ऑपरेशन थिएटर आदि का निर्माण हाेगा। निर्माण कार्य पर 70 कराेड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके लिए टेंडर का काम पूरा हाे चुका है। एक माह के भीतर काम भी शुरू कर दिया जाएगा। जिला चिकित्सालय में नया निर्माण मेडिकल काॅलेज के मापदंडाें के अनुसार कराया जाएगा। दाैसा की मेडिकल काॅलेज भांडारेज के पास बन रही है, जिसका निर्माण तेज गति से चल रहा है। इसी साल जुलाई से पहला बैच शुरू करने की तैयार भी है। मेडिकल काॅलेज में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स मरीजाें के साथ काम जिला चिकित्सालय से शुरू करेंगे। इसके मद्देनजर जिला चिकित्सालय में फ्रंट में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग बनाने के लिए उस तरह की दवा की दुकान, पार्किंग व पुलिस चाैकी काे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। दूसरी और 170 बैड के वार्ड, ओपीडी कक्ष, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू कक्ष आदि का निर्माण माैजूदा मेन बिल्डिंग के पीछे बनाया जाएगा, जिसका रास्ता दूसरे गेट से हाेगा। दूसरे गेट से एंट्री पर दाईं तरफ पार्किंग बनाई जाएगी। इसके लिए नक्शा तैयार हाेने के बाद टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। मई माह में काम भी शुरू कर दिया जाएगा।

पिछले नंवबर-दिसंबर में जिला चिकित्सालय में जब इमरजेंसी, ट्राेमा, वार्ड, ओपीडी कक्ष और ऑपरेशन थिएटर आदि निर्माण की तैयारी शुरू हुई ताे कुछ लाेगाें ने अधिकारियाें काे गुमराह कर दिया। दलील दी कि फ्रंट में इमरजेंसी व ट्राेमा की बिल्डिंग बनेगी ताे उसका फायदा टीबी हाॅस्पिटल मे सामने रहने वाले चिकित्सकाें काे ज्यादा मिलेगा। ऐसे में जिला चिकित्सालय के पिछवाड़े में ही इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर बनाने के लिए नक्शा भी तैयार हाे गया था। पिछवाड़े में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर बनता ताे मरीजाें काे कम से कम एक किमी अंदर जाना पड़ता और वह भी मेन बिल्डिंग के पीछे हाेने से दिखाई नहीं देता।

फ्रंट में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग निर्माण कराने की पहल शुरू की। शहर के प्रमुख लाेगाें से रायशुमारी कर खबर प्रकाशित की, जिसमें सभी लाेगाें का एक ही कहना था कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर जिला चिकित्सालय के फ्रंट में ही बने। जयपुर के एसएमएस हाॅस्पिटल से लेकर दिल्ली के एम्स तक काे देख लाे, सभी जगह फ्रंट में इमरजेंसी है। इसके बाद अधिकारियाें काे लगा कि कहीं चूक हाे गई। फिर नए सिरे से नक्शा बनाया गया और तय किया गया कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर फ्रंट में ही बनेगा। कुछ लाेगाें काे इस पर शक था, लेकिन अब टेंडर की प्रक्रिया पूरी हाेने से साफ हाे गया है कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग फ्रंट में ही बनेगी।