Dausa जिला चिकित्सालय के फ्रंट में ही बनेंगे इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर, मरीजों को मिलेगी राहत

पिछले नंवबर-दिसंबर में जिला चिकित्सालय में जब इमरजेंसी, ट्राेमा, वार्ड, ओपीडी कक्ष और ऑपरेशन थिएटर आदि निर्माण की तैयारी शुरू हुई ताे कुछ लाेगाें ने अधिकारियाें काे गुमराह कर दिया। दलील दी कि फ्रंट में इमरजेंसी व ट्राेमा की बिल्डिंग बनेगी ताे उसका फायदा टीबी हाॅस्पिटल मे सामने रहने वाले चिकित्सकाें काे ज्यादा मिलेगा। ऐसे में जिला चिकित्सालय के पिछवाड़े में ही इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर बनाने के लिए नक्शा भी तैयार हाे गया था। पिछवाड़े में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर बनता ताे मरीजाें काे कम से कम एक किमी अंदर जाना पड़ता और वह भी मेन बिल्डिंग के पीछे हाेने से दिखाई नहीं देता।
फ्रंट में इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग निर्माण कराने की पहल शुरू की। शहर के प्रमुख लाेगाें से रायशुमारी कर खबर प्रकाशित की, जिसमें सभी लाेगाें का एक ही कहना था कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर जिला चिकित्सालय के फ्रंट में ही बने। जयपुर के एसएमएस हाॅस्पिटल से लेकर दिल्ली के एम्स तक काे देख लाे, सभी जगह फ्रंट में इमरजेंसी है। इसके बाद अधिकारियाें काे लगा कि कहीं चूक हाे गई। फिर नए सिरे से नक्शा बनाया गया और तय किया गया कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर फ्रंट में ही बनेगा। कुछ लाेगाें काे इस पर शक था, लेकिन अब टेंडर की प्रक्रिया पूरी हाेने से साफ हाे गया है कि इमरजेंसी व ट्राेमा सेंटर की बिल्डिंग फ्रंट में ही बनेगी।