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Dausa फॉर्म तालाब के लिए विभाग ने इस साल दोगुना से ज्यादा बढ़ाया टारगेट, 203 को मिली मंजूरी

 
Dausa फॉर्म तालाब के लिए विभाग ने इस साल दोगुना से ज्यादा बढ़ाया टारगेट, 203 को मिली मंजूरी
दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा जिले में बारिश कम होने से भूमिगत जलस्तर भी धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसे देखते हुए किसानों ने फसलों की सिंचाई के लिए खेत तालाब बनाकर बारिश के पानी को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। खेत तालाब बनाने के लिए किसानों की रुचि में वृद्धि हुई है। यही कारण है कि हर साल खेत तालाबों की संख्या बढ़ रही है। इसी के चलते विभाग ने इस बार लक्ष्य दोगुना से भी ज्यादा रखा है। पिछले साल कृषि विभाग ने जिले में 392 खेत तालाब बनाने का लक्ष्य रखा था। पिछले साल 197 खेत तालाब बनाए गए थे। राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत इस वर्ष 720 सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अब तक 325 किसानों ने आवेदन किया है। विभाग ने 203 खेत तालाबों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी कर दी है। इनमें से 50 पर काम शुरू हो गया है।

कृषि विभाग की ओर से इस वर्ष खेत तालाब/खेत तालाब निर्माण हेतु अनुदान में भी वृद्धि की गई है। लघु, सीमांत, अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को अब लागत का 70 प्रतिशत अथवा अधिकतम 73 हजार 500 रुपये एवं अन्य श्रेणी के किसानों को लागत का 60 प्रतिशत अथवा अधिकतम 63 हजार रुपये, जो भी कम हो, देय होगा. कच्चे फार्म पाउंड बनाना। वहीं लघु, सीमान्त, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के कृषकों को लागत का 90 प्रतिशत अथवा अधिकतम 1 लाख 35 हजार रुपये एवं अन्य वर्ग के कृषकों को लागत का 80 प्रतिशत अथवा अधिकतम पाउंड से प्लास्टिक लाइनिंग बनाने पर 1 लाख 20 हजार रुपये जो भी कम हो। दी जाएगी। कृषि विभाग द्वारा पंजीकृत ब्राण्ड की न्यूनतम 500 माइक्रॉन प्लास्टिक लाइनिंग लगाने पर अनुदान देय है। बारिश का पानी खेत के तालाब में जमा हो जाता है। इसके बाद फसल की सिंचाई की जाती है। कृषि अधिकारी (फसल) धरम सिंह गुर्जर ने बताया कि 1200 घनमीटर खेत तालाब में 3-4 बीघे में 3-4 सिंचाई की जाती है.