Dausa नगर पालिका ने लालसोट में 12 अवैध बूचड़खानों को किया सीज

दौसा न्यूज़ डेस्क, आम जनता की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम प्रशासन ने शहर में चल रहे एक दर्जन अवैध बूचड़खानों और मांस-मछली की दुकानों को जब्त करने की कार्रवाई की है.
जब्ती की कार्रवाई से पहले नगर निगम प्रशासन ने लाल क्लब और गणगौरी मैदान के पास अवैध रूप से संचालित बूचड़खानों और मांस-मछली की दुकानों के संचालकों को नोटिस दिया था. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर नगर निगम प्रशासन दल-बल के साथ पहुंचा और एक दर्जन अवैध बूचड़खानों व मांस-मछली की दुकानों को जब्त करने की कार्रवाई की.
इस मौके पर मांस-मछली विक्रेताओं और बूचड़खाना संचालकों ने विरोध जताया और कहा कि वे वर्षों से ऐसा नहीं कर रहे हैं. खाद्य विभाग से लाइसेंस है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि नगर पालिका के पास लाइसेंस नहीं है और इस तरह से पशुओं का वध करना और बूचड़खाना चलाना गैरकानूनी है.
गौरतलब है कि अवैध रूप से संचालित बूचड़खानों और मांस-मछली की दुकानों के संचालन से पशु चिकित्सालय क्षेत्र के आसपास की बस्तियों के लोगों को रहने में असुविधा हो रही थी. पशुओं के अवशेष खुले में फेंके जाने से पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जिसके चलते कई बार राहगीरों पर हमला हो चुका है और वे घायल हो चुके हैं। संचालक भी नियम-कायदों की अनदेखी कर बिना पर्दे के मांस-मछली बेच रहे थे.
जिसके कारण आम राहगीर सड़क से नहीं गुजर पा रहे थे. लोगों ने इस मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से की. जिस पर संज्ञान लेते हुए 24 मई को नगर पालिका कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान विधायक राम विलास मीना, नगर पालिका अध्यक्ष पिंकी चतुर्वेदी ने कार्रवाई के निर्देश दिये थे.
कार्यपालक पदाधिकारी नमन शर्मा ने बताया कि मांस, मछली बेचने और बूचड़खाना चलाने वाले लोगों के पास नगर का लाइसेंस नहीं था. जल्द ही बैठक बुलाकर मामले का समाधान निकाला जाएगा।