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Dausa मुनेश गुर्जर बोलीं- हमारे बच्चे डॉक्टर-इंजिनियर बन रहे, यह गहलोत की देन

 
Dausa मुनेश गुर्जर बोलीं- हमारे बच्चे डॉक्टर-इंजिनियर बन रहे, यह गहलोत की देन
दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा गुर्जर आरक्षण आंदोलन की बरसी पर बुधवार को दौसा जिले के सिकंदरा स्थित शहीद स्मारक में बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग श्रद्धांजलि सभा व मेले में जुटे. जहां हेलीकॉप्टर से शहीद स्मारक पर पुष्पवर्षा की गई। इस दौरान वक्ताओं ने शिक्षा व समाज की एकता पर जोर दिया, वहीं जयपुर हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के भाषण पर हंगामा भी हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेयर गुर्जर ने कहा कि पूर्व के आंदोलनों में समाज के लोग शहीद हुए, लेकिन हमारी मांगों को लागू करने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया. उन्होंने लाठी भी नहीं चलाई और हमें 5 फीसदी आरक्षण दे दिया। आज हमारे बच्चे आरएएस, डॉक्टर-इंजीनियर बन रहे हैं, ये अशोक गहलोत की देन है। मेयर के इतना कहते ही कार्यक्रम में मौजूद भीड़ ने हंगामा कर दिया। इस वजह से वह भाषण नहीं दे पाईं। कई लोगों ने मंच के सामने आकर मेयर के सीएम गहलोत के पक्ष में भाषण देने पर कड़ी आपत्ति जताई, वहीं मंच पर मौजूद लोगों ने भी मेयर को सीएम के पक्ष में बोलने से मना कर दिया. बांदीकुई विधायक जीआर खटाना ने काफी देर तक नारेबाजी और हंगामे के बाद माइक पकड़कर लोगों को शांत किया।

सचिन पायलट के समर्थक बांदीकुई विधायक खटाना ने कहा कि हम अनुशासित समाज के लोग हैं, शांति बनाए रखें. मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं और उनका सम्मान करता हूं। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपकी भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हर चीज का ध्यान रखा जाएगा। मुझे लगता है कि आने वाला भविष्य हमारे समाज और हमारे लोगों का होगा। मिलकर लड़ेंगे तो जीतेंगे। जिस तरह आरक्षण की लड़ाई में सफलता मिली थी, उसी तरह राजनीतिक लड़ाई में भी सफलता मिलेगी। वहीं युवकों ने देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष जोगिंदर अवाना के सामने जमकर नारेबाजी की। हंगामे को देख पुलिस ने अवाना को कार्यक्रम स्थल से घेर लिया।

हरियाणा के पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना ने कहा कि हमारे लोगों ने 5 फीसदी आरक्षण के लिए नहीं बल्कि एसटी में शामिल होने के लिए कुर्बानी दी है. हम ओबीसी में 22 फीसदी थे, उसके बाद हमने एसटी आरक्षण की मांग को लेकर लड़ाई लड़ी, लेकिन हमें सिर्फ 5 फीसदी आरक्षण मिला. उन्होंने कहा कि कौम का कभी राजा नहीं होता, हम कुर्बानी देना जानते हैं, लेकिन अब हमें समझदारी दिखानी होगी. हमने कुर्बानी का ठेका नहीं लिया है। जो सत्ता में आए वो आपकी वजह से आए और सरकार आपकी वजह से बनी. शहीदों की कुर्बानी एसटी में शामिल होने के बाद ही पूरी होगी।

गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला, युवा गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल गुर्जर, दौसा सांसद जसकौर मीणा, पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना, मेरठ विधायक अतुल प्रधान, गुर्जर नेता भूरा भगत, देवनारायण मंडल सदस्य दामोदर गुर्जर, मनफूल तुंगड़ सहित समाज के लोग पुष्पांजलि अर्पित की। शहीद के परिजन देशराज दोई ने बताया कि कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. इससे पूर्व बिजनौर के आचार्य कुलदीप विद्यार्थी व महात्मा कल्याणदेव ने भी शहीदों की आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया।

श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोगों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए पुलिस-प्रशासन सतर्क रहा. यातायात सुचारू रखने के लिए जयपुर-आगरा हाईवे पर अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया। वहीं, खुफिया अधिकारी भी नजर बनाए हुए थे। आरक्षण की मांग को लेकर अलग-अलग आंदोलनों के दौरान पुलिस फायरिंग में गुर्जर समाज के 76 लोग शहीद हो गए थे. तभी से श्रद्धांजलि सभाएं होती हैं