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Dausa अच्छे दाम मिलने से सौंफ की खेती के प्रति किसानों का बढ़ा रुझान

 
Dausa अच्छे दाम मिलने से सौंफ की खेती के प्रति किसानों का बढ़ा रुझान 

दौसा न्यूज़ डेस्क, लालसोट क्षेत्र में सौंफ की पैदावार अब किसानों को पसंद आ रही है. किसान सौंफ की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि उनकी आय अन्य पारंपरिक फसलों की तुलना में कई गुना अधिक है। मंडियों में अन्य जिंसों की तुलना में अधिक दाम मिलने से आय बढ़ने से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं।

कृषि विभाग के मुताबिक इस बार क्षेत्र में करीब 550 हेक्टेयर भूमि पर किसानों ने सौंफ की बुआई की है, जो पिछले साल से ज्यादा है. सौंफ की सबसे ज्यादा खेती अंदरूनी क्षेत्र के डिगो, इंदावा, गोल, कुटक्या, खटुंबर, राजौली में हुई है, इसके अलावा बिलोना कलां, डीडवाना और शिवङ्क्षसहपुरा सहित कई गांवों में भी कई जगहों पर सौंफ की फसलें खेतों में उग रही हैं। किसानों ने बताया कि सौंफ की बुआई के लिए अक्टूबर व नवंबर का महीना उपयुक्त है.

इसे कम लागत में आसानी से किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए पानी पर्याप्त होना चाहिए। बाजार में ऊंचे दामों पर बेचने से किसानों को बेहतर आय प्राप्त होने से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। पिछले कुछ सालों में सौंफ की कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं. सौंफ की खेती मसालों के अंतर्गत आती है. जिसकी कीमत बाजार में अधिक है. सौंफ में जितना हरापन और चमक होगी, उसकी गुणवत्ता उतनी ही अच्छी मानी जाती है। हालाँकि, कटाई के बाद सौंफ़ का हरापन धीरे-धीरे कम हो जाता है। सौंफ में रंग कम होने के कारण दाम कम हैं.