Dausa दिव्यांगों और बुजुर्गों को मिलेगी राहत, घर बैठे डाल सकेंगे वोट
दौसा न्यूज़ डेस्क, दौसा विधानसभा चुनाव 2023 में दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाता घर से वोट डाल सकेंगे। इससे चलने-फिरने में तकलीफ पाने वाले मतदाताओं को राहत मिल सकेगी। लोकतंत्र में सभी वर्गों की भागीदारी शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने कमर कस ली है। पहली बार किसी आम चुनाव में दिव्यांग और 80 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग मतदाता घर बैठे मतदान करेंगे। अब इन लोगों को मतदान के लिए बूथ तक जाने की जरूरत नहीं है। दरअसल, मतदान केन्द्र दूर होने से दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता मतदान करने से वंचित रह जाते थे। ऐसे में मतदान प्रतिशत तो घटता ही था। वहीं ये लोग लोकतंत्र में मिले मतदान के अधिकार से भी दूर हो जाते थे। पहली बार आम चुनावों में इन मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अभिनव प्रयोग किया है। अब दिव्यांग और 80 साल से अधिक उम्र के लोग घर बैठे मतदान कर सकते हैं। इसके लिए इन्हें 12डी प्रपत्र भरकर देना होगा।
फॉर्म भरकर जो घर पर बैठे देने का विकल्प चुनेंगे, उनके लिए मतदानकर्मी घर पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में हुए सरदार शहर, धरियावद, राजसमंद, सुजानगढ़ और वल्लभनगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में यह प्रयोग किया था, जिसके सफल होने पर अब विधानसभा चुनाव में लागू किया जा रहा है। बूथों पर भी होगी पूरी सुविधा: मतदान केन्द्रों पर भी दिव्यांगों व बुजुर्गों के लिए पूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। बुजुर्गों में महिला मतदाता अधिक: जिले में 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं में महिलाओं की संख्या अधिक है। 70 से 79 में महिलाओं का ही बोलबाला है, जबकि 18 से 69 वर्ष के मतदाताओं में पुरुषों का दबदबा है।
जिले के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को इस वर्ष घर बैठे मतदान करने की सुविधा प्रदान की गई है। चुनाव की घोषणा होने के बाद बीएलओ को फार्म 12डी भरवाने के लिए दिए जाएंगे। जो दिव्यांग या बुजुर्ग पोस्टल बैलेट से घर पर मतदान करने का विकल्प चुनेंगे, उनसे घर पर टीम भेजकर मतदान कराया जाएगा। यह कार्य मुख्य मतदान की तिथि से पूर्व हो जाएगा। आवेदन भरकर जिन 80 या इससे अधिक उम्र, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगों ने घर पर मतदान का विकल्प चुना है, उन्हें वोट डलवाने के लिए पोलिंग पार्टी उनके घर जाएगी। ऐसे मतदाता बैलेट पेपर से मतदान कर सकेंगे। दिव्यांग मतदाताओं के पास दिव्यांग प्रमाण पत्र होना जरूरी रहेगा। हालांकि घर पर मतदान के दौरान भी पूर्ण रूप से गोपनीयता बरती जाएगी। मतदान करते हुए दिव्यांग या बुजुर्ग मतदाता को कोई देखेगा नहीं, वोट पूरी तरह से गुप्त व सुरक्षित ही रहेगा।