Dausa 2 हजार 944 अपात्र लोगों के नाम हटवाए, 30 को विभाग ने दिया नोटिस

अभियान में आयकरदाता, चौपहिया वाहन धारक, सरकारी कर्मचारी, अर्द्ध सरकारी, स्वायत्त संस्था में कर्मचारी/अधिकारी एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय व परिवार में किसी सदस्य के पास चौपहिया वाहन ट्रैक्टर एवं एक वाणिज्यिक वाहन जो जीविकोपार्जन में प्रयोग आते हैं, उनको छोडकर निष्कासन सूची में समिलित हैं।एक लाख से अधिक वार्षिक आय, चार पहिया निजी वाहन एवं आयकर दाता श्रेणी में होने के कारण 30 अपात्र परिवारों को कारण बताओ नोटिस जारी किए है। अपात्र उपभोक्ताओं के स्वेच्छा से नाम हटवाने के लिए ‘गिव अप’ अभियान चलाया जा रहा है। 28 फरवरी तक अपात्र लाभार्थी अपना नाम स्वेच्ठा से हटवा सकता है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
जिले में अब तक रसद विभाग की ‘गिव अप’ योजना से सक्षम व्यक्तियों में जागरूकता आई है। 2 हजार 944 उपभोक्ता अपनी पात्रता छोड़ चुके हैं। इसके लिए गिव-अप फार्म भरे जा रहे हैं। इच्छुक व्यक्ति निकटवर्ती राशन की दुकान पर फार्म भरकर राशन की दुकान पर ही जमा करवा सकते हैं। स्वेच्छा से नाम हटवाने पर कोई वसूली नहीं की जाएगी। खाद्य विभाग की ओर से केवाईसी करवाई गई है। लाभार्थियों के राशनकार्ड आधार कार्ड से जुड गए हैं। आधार से पैन और बैंक खाता जुड़ा होने के कारण खाते में आने वाले भुगतान और आईटीआर आदि की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही परिवहन विभाग को सूची भेजकर उनके नाम से रजिस्टर्ड चौपहिया वाहनों की जानकारी निकलवाई जाएगी। इससे अपात्र उपभोक्ता तुरन्त पकड में आएंगे और उनसे वसूली होगी। गिव अप अभियान 28 फरवरी तक जारी रहेगा। अब तक जिले में 2944 व्यक्तियों ने खाद्य सुरक्षा सूची से स्वत: नाम हटवाए हैं। रसद अधिकारी ने बताया कि जिले में 654 परिवारों के 2944 अपात्र व्यक्तियों ने स्वेच्छा से अपना नाम हटवाया लिया है।