Dausa कलेक्टर का आदेश, अब थ्री टीयर सिस्टम से होगी सफाई व्यवस्था की निगरानी

शहर के प्रत्येक वार्ड में साफ-सफाई के 7 इंतजाम किए जाएंगे। प्रत्येक वार्ड से कूड़ा उठाने के लिए ऑटो सरकारी कर्मचारियों पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। साथ ही 7 जोन में 14 जमादार भी लगाए जाएंगे। नियुक्त सुपरवाइजर व जमादार के नेतृत्व में सफाई के पुख्ता टिप्पर लगाए जाएंगे, जो घर-घर जाकर कूड़ा अपने निर्धारित स्थान पर खाली करेंगे। त्रिस्तरीय व्यवस्था के लिए अब तीन स्तरों पर मॉनिटरिंग की जाएगी। सबसे पहले सफाई कर्मी होंगे जो नियमित जाकर सफाई करेंगे। उनके ऊपर जमादार और एसआई होंगे। इससे जवाबदेही तय होगी और सफाई व्यवस्था में सुधार होगा।
बरसात से पहले शहर के सभी प्रमुख नालों की सफाई के लिए नगर परिषद द्वारा की गई नई व्यवस्था। इसमें ठेकेदार के माध्यम से 1 माह के अंदर ट्रैक्टर ट्राली एवं लेबर सहित सफाई की पूरी व्यवस्था करने का कार्य किया जायेगा. नगर में सफाई व्यवस्था एवं नालों की सफाई की मॉनीटरिंग के लिए नगर परिषद आयुक्त, कार्यपालन यंत्री, सचिव नगर परिषद द्वारा प्रभावी अनुश्रवण किया जायेगा. निरीक्षण के लिए प्रत्येक वार्ड के पार्षद को भी शामिल किया गया है। पार्षद अपने क्षेत्र का दौरा करेंगे और निगरानी रखेंगे। कलेक्टर ने सफाई कर्मचारियों के नियुक्त प्रतिनिधियों से जानकारी ली और उन्हें उनका मानदेय समय से दिलाने व कटौती की राशि समय से जमा कराने के लिए समिति गठित करने का निर्णय लिया है. बैठक के दौरान पार्षद राकेश चौधरी व नगर परिषद आयुक्त लक्ष्मण टोपिया व पार्षद कैलाश, सचिव महेंद्र गुर्जर, कार्यपालन यंत्री खेमराज मीणा, राजेंद्र सिंह गुर्जर, पार्षद कैलाश ने गठित समिति ठेकेदार व नगर परिषद प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित करते हुए सफाई कर्मचारियों से मुलाकात की. आदि मौजूद थे।